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क्या है "Aspergillosis " ? ये "Aspergillosis " इन्फेक्शन ज्यादातर उन लोगों को हो रहा है जो कोरोना से ठीक हो चुके हैं। इंडिया में पहले ही 2 साल से कोरोना चल रहा है और अब ब्लैक, वाइट और येलो फंगस के केसेस भी देखे गए थे। इसके बाद अब नाक का एक और इन्फेक्शन भी आ गया है जिसका नाम है " अस्परगिलोसिस"।
इसके मामले अभी गुजरात में ही निकल रहे हैं। अस्परगिलोसिस के 8 केसेस गुजरात में निकले होइन और इनका इलाज अभी वड़ोदरा के अस्पताल में चल रहा है। ये सभी पेशेंट पिछले हफ्ते ही निकले हैं और सभी डॉक्टर इन केसेस को देखकर हैरान हैं। ये सभी केसेस उन लोगों में निकले हैं जिनके कोरोना का इलाज चल रहा है या वो कोरोना से ठीक हो चुके हैं।
येल्लो फंगस का पहला केस उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में निकला है। इसका अभी इलाज किया जा रहा है और अंडर ऑब्जरवेशन रखा गया है। येल्लो फंगस एक काफी जानलेवा बीमारी है इसके लिए जरुरी है कि आप आपके शरीर का बहुत ज्यादा ध्यान रखें और हर एक छोटी से छोटी दिक्कत को नज़अंदाज़ न करें। ये बीमारी एक अंदरूनी बीमारी है इसलिए इसको पता लगाने में समय लग सकता है। इसलिए जरुरी है कि थोड़ी सी लापरवाही न की जाए और ऊपर बताए गए कोई भी सिम्प्टम होने पर तुरंत इलाज के लिए जाया जाए।
येल्लो फंगस होने का कारण है आस पास गंदगी का होना इसलिए सभी जगह घर में सफाई करते रहे। नमी कम से कम रखें क्योंकि उसी में बैक्टीरिया और फंगस पनपता है। पुराना और बासा खाना या फिर पॉटी को तुरंत फेकें और दूर ही रखें। इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है कम से कम नमी वाली जगह में रहें और अपने आस पास की चीज़ों पर ध्यान दें कि कहाँ बैक्टीरिया और वायरस पनप सकता है।
अस्परगिलोसिस के केसेस इंडिया में कहां निकले हैं ?
इसके मामले अभी गुजरात में ही निकल रहे हैं। अस्परगिलोसिस के 8 केसेस गुजरात में निकले होइन और इनका इलाज अभी वड़ोदरा के अस्पताल में चल रहा है। ये सभी पेशेंट पिछले हफ्ते ही निकले हैं और सभी डॉक्टर इन केसेस को देखकर हैरान हैं। ये सभी केसेस उन लोगों में निकले हैं जिनके कोरोना का इलाज चल रहा है या वो कोरोना से ठीक हो चुके हैं।
येल्लो फंगस का पहला केस कहाँ निकला था ?
येल्लो फंगस का पहला केस उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में निकला है। इसका अभी इलाज किया जा रहा है और अंडर ऑब्जरवेशन रखा गया है। येल्लो फंगस एक काफी जानलेवा बीमारी है इसके लिए जरुरी है कि आप आपके शरीर का बहुत ज्यादा ध्यान रखें और हर एक छोटी से छोटी दिक्कत को नज़अंदाज़ न करें। ये बीमारी एक अंदरूनी बीमारी है इसलिए इसको पता लगाने में समय लग सकता है। इसलिए जरुरी है कि थोड़ी सी लापरवाही न की जाए और ऊपर बताए गए कोई भी सिम्प्टम होने पर तुरंत इलाज के लिए जाया जाए।
येल्लो फंगस होने के कारण क्या हैं ?
येल्लो फंगस होने का कारण है आस पास गंदगी का होना इसलिए सभी जगह घर में सफाई करते रहे। नमी कम से कम रखें क्योंकि उसी में बैक्टीरिया और फंगस पनपता है। पुराना और बासा खाना या फिर पॉटी को तुरंत फेकें और दूर ही रखें। इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है कम से कम नमी वाली जगह में रहें और अपने आस पास की चीज़ों पर ध्यान दें कि कहाँ बैक्टीरिया और वायरस पनप सकता है।