भारतीय समाज में महिलाओं के लिए चुनौती

इस बात में कोई आशंका नहीं है कि एक महिला का जीवन बहुत से चुनौतियों से भरा होता है और भारत जैसे विकासशील देशों मैं महिलाओं को लेकर बहुत से बदलाव आ रहे हैं पर अभी भी बहुत सी ऐसी चीज हैं जिसे बदलना बहुत जरूरी है, इसलिए आज हम जानेंगे भारतीय समाज में महिलाओं के लिए चुनौतियां (image credit - Tearfund learn)

अनइक्वल एंप्लॉयमेंट ऑपच्यरुनिटी का मिलना

एक व्यक्ति के जीवन में नौकरी बहुत बड़ी उपलब्धि है महिलाओं को बहुत बार इसमें भी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है क्योंकि महिलाओं से ज्यादा पुरुषों को हर काम में सक्षम माना जाता है और उन्हें ज्यादा नौकरी के अवसर मिलते हैं (image credit - The Indian Forum)

महिलाओं के प्रति वायलेंस का बढ़ना

समय के साथ देश में भी बहुत से बदलाव आते हैं पर अभी भी हमें बहुत बार दहेज के कारण महिलाओं को प्रताड़ित करना, मैरिटल रेप, और वायलेंस की बहुत सारे कैसे सुनने को मिलते हैं जिस वजह से हमें यह भी पता लगता है कि अभी भी महिलाओं के प्रति जागरूक करना बहुत जरूरी है (image credit- la ciencia del cafe)

बेटों की चाह

एक गर्भवती महिला से सबसे ज्यादा एक बेटी की छह रखी जाती है क्योंकि उनके अनुसार केवल बेटा ही अपने परिवार को आगे बढ़ा सकता है और बेटी शादी के बाद दूसरे घर में चली जाएगी इसके बाद उनके घर पर कोई रिश्ता नहीं रहता पर यह समझना भी जरूरी है की बेटी का भी उतना ही कर्तव्य होता है जितना किसी बेटे का होता है (image credit -Pinterest)

एजुकेशन अपॉर्चुनिटी का कम मिलना

भारत के अभी बहुत से क्षेत्र में हमेशा महिलाओं से ज्यादा शिक्षा में गणना पुरुषों की होती है क्योंकि अभी भी बहुत से ऐसे राज्य और बहुत सी ऐसी जगह हैं जहां पर महिलाओं को पूरी तरह से शिक्षा का अधिकार नहीं दिया जाता और उन्हें उनके इस अधिकार से वंचित रखा जाता है (image credit - indiaspend )

जेंडर डिस्क्रिमिनेशन

यदि हम बहुत से आंकड़ों में नापे चाहे वह नौकरी हो शिक्षा हो यह खुद का कोई डिसीजन ही क्यों ना लेना हो वहां पर महिलाओं की संख्या हमेशा पुरुषों से कम ही देखी जाती है जिस वजह से यह भी महिलाओं के लिए एक विकासशील देश में बहुत बड़ी चुनौती है जिस चुनौती का सामना करना बहुत ज्यादा जरूरी है (image credit-Freepik)