ऐसे होते हैं बच्चों के गेम को लेकर जेंडर वाइज

बचपन से ही लड़कों और लड़कियों के बीच में फर्क कर के बहुत सी चीज हम खुद ही बांट देते हैं जैसे खिलौने, रंग और उनकी पसंद जिससे उनके बीच आपस में भी डिफरेंस शुरू न हो वैसे ही आज हम बात करेंगे बच्चों में गेम को लेकर जेंडर वाइस कैसे किया जाता है(image credit - mightymoms.com)

बच्चों के खिलौने को बाटं देना

बच्चों के खिलौने को पहले से ही बांट दिया जाता है जैसे की लड़कियां बार्बी डॉल और सॉफ्ट वैसे खेलते हैं जबकि लड़के गाड़ी और ट्रांसपोर्ट से गेम खेलते हैं और शुरुआत से ही बच्चों को खेलने के लिए यही दिया जाता है जिससे कभी बच्चों की पसंद दूसरों को पता ही नहीं चल पाए (image credit - baby center)

लड़कियां ज्यादातर खो खो और कबड्डी खेलेंगी

अगर लड़कियों को बाहर खेलने के लिए सुझाव भी दिया जाता है तो ज्यादातर खो खो और कबड्डी ही लड़कियों को खेलने दिया जाता है जबकि लड़कों को फुटबॉल, बास्केटबॉल, क्रिकेट जैसे गेम खेलने का मौका मिलता है (image credit - ovia health )

लड़कों को ज्यादा आउटडोर गेम देना

लड़कों के लिए ज्यादातर आउटडोर गेम्स ही होते हैं जैसे कि बास्केटबॉल, क्रिकेट और फुटबॉल जबकि लड़कियों को हमेशा इंडोर गेम के लिए ज्यादा सुझाव दिया जाता है जैसे लूडो, शतरंज आदि जिसे दोनों के बीच में ज्यादा डिफरेंस देखने को मिलता हैं (image credit - vangaurd news)

लड़कियां लड़कों के साथ नहीं खेल सकती

हमेशा लड़कियों और लड़कों का गेम भी अलग रखा जाता है यहां तक कि उन्हें बचपन में भी साथ खेलने नहीं दिया जाता है क्योंकि उनके खिलौने और गेम के तरीके को बांट दिया जाता है (image credit - raising children network)

लड़कियों को आसान गेम बताना

सुझाव के लिए लड़कियों को हमेशा आसान ही गेम बताया जाता है जो वह हमेशा इंदौर में खेल सकती हैं यानी घर पर जैसे शतरंज, लूडो यहां तक की घर-घर खेलना भी केवल लड़कियों को ही बताया जाता है जिससे उनकी पसंद हमेशा वही तक सीमित रह जाती है (image credit - Daily express)