तानें जो हर आउट स्पोकन लड़कियों को सुनने पड़ते हैं

हमारे समाज में सबको बोलने की आजादी है यहां पर सबके पक्ष देखे जाते हैं, पर जब भी कोई महिला किसी भी चीज के बारे में अपना ओपिनियन देती है तब समाज उनको लेकर नई-नई धारणाएं बनाने लगता है, जाने उन तानों के बारे में जो आउट स्पोकन लड़की को सुनने पड़ते हैं( image credit-freepik)

"हर चीज में ओपिनियन देना जरूरी है क्या"

अक्सर यह प्रश्न उन लड़कियों से पूछा जाता है जो हर चीज में अपना ओपिनियन देना जरूरी समझती हैं, पर क्या यह प्रश्न उनसे पूछना जरूरी है जब हर एक इंसान को आजादी है अपनी बात कहने का तो एक लड़की को क्यों नहीं! इसलिए यह बात कहना बहुत निंदनीय है ( image credit-freepik)

"यह पक्का चुगली करती होगी"

हर जगह पर खुलकर अपनी मां की बात को बताने का मतलब यह नहीं होता कि वह महिला हर जगह जाकर चुगली करती होगी, इसलिए किसी को भी उनके बातों के अनुसार जज कर लेना बहुत गलत बात है और उन पर अपनी टिप्पणी देना और भी गलत है (image credit-

"इसको किसी का डर नहीं है क्या"

बहुत से लोग अपनी बातें कहने से पहले बहुत संकोच करते हैं किसी को कितना बुरा लग सकता है और कोई कितना गुस्सा हो सकता है यह कभी-कभी डर के कारण नहीं बोलते पर जब वही बात एक महिला बिना डरे खुलकर बताती है तो उस पर प्रश्न होने लगते हैं (image credit-ciyapa)

"लड़कियों को बात करने का लिहाज़ होना चाहिए"

हमारा समाज लड़कियों को बहुत पहले से ही हर एक बात की शर्म सीखाना है बात करने, की खाना खाने की, बैठने की और चलने की भी इसलिए जब भी कोई लड़की अपने मन की बात कहती है तो वहां पर भी यह शर्म और लिहाज का पर्दा आ ही जाता है (image credit -Freepik)

"यह सब बात करने का तरीका लड़कों को रिझाने के लिए है"

टीनएजर से बड़े होने तक लड़कियां जो भी अपनी जिंदगी में करती हैं दूसरों को यही लगता है कि वह केवल एक लड़के के लिए कर रही हैं पर इसमें कितना सत्य है, लड़कियों की जिंदगी बिना लड़कों के भी चल सकती है उनको एक लड़के की सहारे की जरूरत नहीं है यह समझना बहुत जरूरी है (image credit-freepik)