रिश्ते में कितना Compromise होना चाहिए?

रिलेशनशिप में कंप्रोमाइज तो सब करते ही हैं और इसका होना भी जरूरी है लेकिन यह कैसे तय होगा कि कितना कंप्रोमाइज करना चाहिए। चलिए आज इसके बारे में जानते हैं- (Image Credit: iStock)

Active Listening

रिश्ते में आपको एक दूसरे की बात सुनना चाहिए। आप अपने पार्टनर की एक्सपेक्टशंस और जरूरतों को सुनें और उन्हें समझने की कोशिश करें।(Image Credit: iStock)

Balance In Compromise

कंप्रोमाइज सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं होना चाहिए। दोनों पार्टनर मिलकर एक दूसरे के लिए कंप्रोमाइज करें तभी रिश्ते में बैलेंस हो पाएगा।(Image Credit: iStock)

Do Compromise When Needed

आपको कंप्रोमाइज भी तब करना चाहिए जब उसकी जरूरत हो लेकिन तब नहीं जब बिना कंप्रोमाइज के भी बात सॉल्व हो सकती है। (Image Credit: iStock)

Don't Compromise Self-respect

कंप्रोमाइज करते समय आपको अपनी सेल्फ रिस्पेक्ट को कभी भी खोना नहीं चाहिए। जब भी आप कंप्रोमाइज करते समय आपकी सेल्फ रिस्पेक्ट को ठेस पहुंचे तो वह चीज आपके रिश्ते के लिए सही नहीं है।(Image Credit: iStock)

Don't Do Alone

कंप्रोमाइज करते समय आप इस चीज का भी ध्यान रखें कि हर बार आप ही करते हैं या आपका पार्टनर भी कभी आपके लिए करता है।(Image Credit: iStock)

Open Communication

आपके रिश्ते में बातचीत बिल्कुल खुलकर होनी चाहिए ताकि आप दोनों की एक दूसरे के बारे में पूरी तरह से पता हो।(Image Credit: iStock)

Maintain Respect

रिलेशनशिप में कंप्रोमाइज दोनों तरफ से होना चाहिए ताकि आपके बीच एक हेल्दी रिलेशनशिप बिल्ड हो सके और रिश्ते में एक दूसरे की रिस्पेक्ट भी बनी रहे।(Image Credit: iStock)