क्या हैं ५ फायदे Lazy Parenting के?

लेज़ी पेरेंटिंग में पेरेंट्स जानबूझकर अपने बच्चे को अपने काम खुद करने को बोलते हैं। माता-पिता पीछे हट जाते हैं और अपने बच्चे को स्ट्रगल करने और मिस्टेक्स करने देते हैं। इसका मेन मोटिव बच्चे में कॉन्फिडेंस, इंडिपेंडेंस और जिम्मेदारी का भाव विकसित करना है। (Pinterest)

They Become Responsible

जब आप अपने बच्चे को अपना काम खुद करने की अनुमति देंगे तो उनमें अपने सारे काम खुद करने की रिस्पांसिबिलिटी आएगी। आपका बच्चा अपनी स्पेस, रूम और अपने कामों की ज़िम्मेदारी खुद लेना सीखेगा और आपको भी अपने लिए ज़्यादा समय मिलेगा। (IMage Credit: Freepik)

Creativity Improves

बच्चे अपना होम वर्क और दूसरी एक्स्ट्रा एक्टिविटीज बिना किसी की हेल्प के अपने-आप कम्पलीट करने की कोशिश करते हैं तो उनकी क्रिएटिविटी इम्प्रूव होती है और उनकी आने वाली लाइफ में सक्सेस के चांस बढ़ जाते हैं।(Image Credit: Freepik)

Boosts Confidence

लेज़ी पेरेंटिंग की मदद से बच्चों का कॉन्फिडेंस बूस्ट होने का चांस ज़्यादा होता है। इसमें बच्चे जब अपने डिसिशनस खुद लेते हैं और उन पर काम भी करते हैं तो सक्सीड होने पर उनका कॉन्फिडेंस और डिसिशन मेकिंग पावर बूस्ट होते हैं।(image credit - Medline Plus)

Problem-Solving

बच्चों में लेज़ी पेरेंटिंग की मदद से सेल्फ-अवेयरनेस आती है कि वे क्या काम कर सकते हैं और क्या नहीं। उन्हें क्या मुश्किल लगता है और कौन सा काम कैसे करना है जैसी बातों को डील करते-करते बच्चों में प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल डेवेलोप होती है। (image Credit: Parade)

They Learn Fast

बच्चे अपनी प्रोब्लेम्स को सॉल्व करते-करते और मिस्टेक्स करते हुए नई चीज़ें सीखते हैं, जिससे उनकी लर्निंग पावर फ़ास्ट होती है। जब बच्चे खुद काम निपटाते है तो उन्हें उस काम को करने के कई तरीके समझ में आते हैं जिससे वे वर्सटाइल होते हैं। (Image Credit: Freepik)