Teenagers से ऐसे पूछे उनके मन की बातें

टीनएजर्स वो बढ़ते हुए बच्चे होते हैं जो अपनी ज्यादातर बातें लोगों से शेयर नहीं करना चाहते हैं वो अपनी बातों को अपने में रखना सीख जाते हैं। ऐसे में वे कभी कभी प्रॉब्लम में भी आ जाते हैं इसलिए हर पेरेंट्स के लिए जरूरी है अपने टीनएजर्स बच्चे के मन की बातें जानना।(Image Credit - Freepik)

स्फूर्ति से ध्यान देना

एक्टिव होकर सुनने में पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करना, समझना, प्रतिक्रिया देना और आपका टीनएज बच्चा जो कह रहा है उसे याद रखना शामिल है। इससे आपको उनके बातें जानने में आसानी हो सकती है। (Image Credit - Freepik)

उनके दृष्टिकोण का सम्मान करें

टीनएज बच्चा अपनी पहचान और राय बना रहे हैं। उनके दृष्टिकोण के प्रति सम्मान दिखाएँ, भले ही वह आपसे अलग हो। उनकी भावनाओं को मान्य करने से विश्वास और खुलापन बनाने में मदद मिलती है और आपको पता चलता है कि आपके बच्चे के मन में चल क्या रहा है। (Image Credit - Freepik)

उनके मन तक पहुंचने योग्य माहौल बनाएं

ऐसा माहौल बनाएं जहां टीनएजर्स आपके पास आने में सहज महसूस करें। अत्यधिक आलोचनात्मक होने से बचें। उन्हें बताएं कि आप किसी निष्कर्ष पर पहुंचे बिना समर्थन करने और सुनने के लिए वहां मौजूद हैं। ऐसे मने वे अपने मन की बातें आपसे शेयर करने में सहज महसूस करेंगे। (Image Credit - Freepik)

अपने अनुभव साझा करें

टीनएज में जो आपने किया उससे जुड़े अपने अनुभव शेयर करना आपको अधिक भरोसेमंद बना सकता है। यह दर्शाता है कि आप उनके सामने आने वाली कुछ चुनौतियों को समझते हैं और मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान कर सकते हैं।ऐसे में वो अपने मन की बातें आपको जरुर शेयर कर पाएंगे। (Image Credit - Freepik)

ओपन-एंडेड प्रश्न पूछें

ओपन-एंडेड प्रश्न सरल "हां" या "नहीं" प्रतिक्रिया से अधिक प्रोत्साहित करते हैं। वे टीनएजर्स को स्वयं को अभिव्यक्त करने और अपने विचारों और अनुभवों के बारे में अधिक साझा करने के लिए आमंत्रित करते हैं। (Image Credit - Freepik)

धैर्य रखें

टीनएजर्स को अपने विचारों या भावनाओं को व्यक्त करने में कुछ समय लग सकता है। धैर्य महत्वपूर्ण है उन्हें जल्दबाजी करने से निराशा हो सकती है और वे अपनी बातें आपसे शेयर करने से बच सकते हैं। (Image Credit - Freepik)