बच्चों की बेहतर ग्रोथ के लिए करवाएं ये योगासन

बच्चों के विकास में मदद करने के लिए योग एक मनोरंजक और लाभकारी गतिविधि हो सकती है। यह लचीलेपन, संतुलन, शक्ति और फोकस में सुधार कर सकता है। योग की मदद से आप अपने बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बना सकते हैं। (Image Credit-India.com)

वृक्षासन

एक पैर पर खड़े हो जाएं और दूसरे पैर के तलवे को खड़े पैर की भीतरी जांघ या पिंडली के सामने रखें।दोनों हाथों को अपने सिर के ऊपर उठाएं, हथेलियाँ एक साथ।कुछ सांसों तक रुकें और संतुलन बनाएं। उन्हें यह कल्पना करने के लिए प्रोत्साहित करें कि वे हवा में लहराते हुए एक पेड़ हैं।(Image Credit-Iconscout)

अधो मुखश्वासन

हाथों और घुटनों से शुरुआत करें। हिप्स को छत की ओर ऊपर उठाएं, जिससे उलटा वी आकार बने। हाथों और पैरों को जमीन में दबाएं। यह मुद्रा पूरे शरीर को फैलाती है और बच्चों के लिए मनोरंजक हो सकती है।(Image Credit-My Little moppet)

भुजंगासन

हथेलियों को कंधों के नीचे रखकर पेट के बल लेटें। श्वास लें और पीठ को झुकाते हुए ऊपरी शरीर को ऊपर उठाएं। पैरों और श्रोणि को फर्श पर रखें। यह आसन रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन और मजबूती में मदद करता है।(Image Credit-Moneycontrol hindi)

बद्ध कोणासन

पैरों के तलवों को छूकर और घुटनों को बगल की ओर मोड़कर बैठें। पैरों को पकड़ें और घुटनों को धीरे से ऊपर-नीचे फड़फड़ाएं। यह मुद्रा आंतरिक जांघों को फैलाती है और बच्चों के लिए मज़ेदार हो सकती है।(Image Credit-Firstcry Parenting)

बालासन

हाथों को आगे की ओर फैलाकर और पैरों को फैलाकर अपने पेट के बल लेटें। हाथ, छाती और पैरों को जमीन से ऊपर उठाएं। यह आसन पीठ को मजबूत बनाता है और आसन में मदद करता है।(Image Credit-Purewow)

सेतु बंधासन

घुटनों को मोड़कर और पैरों को कूल्हे की चौड़ाई से अलग रखते हुए अपनी पीठ के बल लेटें। अपने कूल्हों को ज़मीन से ऊपर उठाएं, अपने पैरों और कंधों पर दबाव डालें। यह आसन पैरों और पीठ को मजबूत बनाता है।(Image Credit-VistaCreate)

वीरभद्रासन

पैरों को फैलाकर खड़े हो जाएं और एक पैर बाहर की ओर मोड़ लें। पिछला पैर सीधा रखते हुए सामने का घुटना मोड़ें। भुजाओं को भुजाओं तक फैलाएँ। यह मुद्रा शक्ति और संतुलन को बढ़ावा देती है और शक्ति की भावना को प्रोत्साहित करती है।(Image Credit-Vista Create)

आनंद बालासन

अपनी पीठ के बल लेट जाएं और अपने पैरों के बाहरी हिस्से को पकड़ लें। पैरों को ऊपर की ओर रखते हुए घुटनों को बगल की ओर लाएँ। धीरे से अगल-बगल हिलाएँ। यह मुद्रा चंचल है और पीठ के निचले हिस्से में तनाव दूर करने में मदद करती है।(Image Credit-Printrest)