अपने बच्चे को Boundaries कैसे सिखाएं?
बच्चों की वेलबींइग, सेल्फ रिस्पेक्ट और पर्सनल स्पेस के लिए उन्हें बाउंड्रीज के बारे में गाइड करना बहुत जरूरी है। इससे बच्चों को हेल्दी रिलेशनशिप बनाने में मदद मिलेगी।
बच्चों की वेलबींइग, सेल्फ रिस्पेक्ट और पर्सनल स्पेस के लिए उन्हें बाउंड्रीज के बारे में गाइड करना बहुत जरूरी है। इससे बच्चों को हेल्दी रिलेशनशिप बनाने में मदद मिलेगी।
सबसे पहले आप बच्चों को मना करना सिखाएं। भारतीय परिवारों में इस चीज की बहुत कमी है और बच्चों को हमेशा ही बड़ों की हर बात मानने को कहा जाता है।
अगर आप बच्चों को बाउंड्रीज सिखाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको अपने आसपास के लोगों के साथ बाउंड्री सेट करनी होगी। इससे बच्चे बहुत कुछ सीखेंगे।
बच्चों को बाउंड्री सिखाने के लिए आप उनकी पर्सनल स्पेस की जरूर रिस्पेक्ट करें। अगर वे कुछ समय अकेले या फिर अपने दोस्तों के साथ व्यतीत करना चाहते हैं तो उन्हें समय जरूर दें।
बच्चों को फिजिकल बाउंड्रीज के बारे में बताना जरूरी है। आप उन्हें गुड टच और बेड टच के बारे में बताएं।
बच्चों को समय-समय पर गाइड करना बहुत जरूरी है क्योंकि बढ़ती हुई उम्र के साथ बाउंड्रीज की परिभाषा भी बदल जाती है।
बच्चों के साथ खुलकर बातचीत करें ताकि वे आपके साथ हर एक बात को शेयर कर सकें। इससे आप उन्हें बाउंड्रीज के बारे में बेहतर समझा सकते हैं।
बच्चों को इस बात के बारे में बताएं कि हमें किसी को जज करने का अधिकार नहीं है। हर किसी की अपनी चॉइस होती है। जब तक कोई चीज आपको प्रभावित नहीं कर रही है तब तक आप उसके बारे में कोई भी टिप्पणी नहीं कर सकते हैं।
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