बच्चों को Overthinking से कैसे बचाएं पेरेंट्स
आजकल के समय में बच्चों में मानसिक समस्याएं बहुत बढ़ गई हैं। ऐसे ही ओवरथिंकिंग भी बच्चों में बहुत आम है। चलिए जानते हैं कि कैसे मां-बाप बच्चों को ओवरथिंकिंग से बचा सकते हैं-
आजकल के समय में बच्चों में मानसिक समस्याएं बहुत बढ़ गई हैं। ऐसे ही ओवरथिंकिंग भी बच्चों में बहुत आम है। चलिए जानते हैं कि कैसे मां-बाप बच्चों को ओवरथिंकिंग से बचा सकते हैं-
आजकल के समय में बच्चे मां-बाप के साथ बातचीत नहीं करते हैं। इसलिए मां-बाप बच्चों के लिए ऐसा माहौल पैदा करें जहां पर वो खुलकर बात कर सकें।
बच्चों को इमोशनल इंटेलिजेंस के बारे में धीरे-धीरे बताना शुरू करें ताकि उन्हें अपने इमोशंस को मैनेज करना आए।
जब बच्चे ज्यादा समय स्क्रीन टाइम में व्यतीत करते हैं तब भी वह ओवरथिंकिंग का शिकार हो जाते हैं। इसलिए आपको स्क्रीन टाइम को लिमिटेड करना चाहिए
बच्चों को योग या फिर मेडिटेशन जैसे एक्टिविटीज के साथ भी एंगेज करना चाहिए ताकि वह अपने मन और बॉडी को रिलैक्स कर सके।
बच्चों को प्रेशर मत दें बल्कि उन्हें अपनी स्पीड के हिसाब से आगे बढ़ने दें। उन्हें उस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन करें जिसमें उनका इंटरेस्ट है।
बच्चों को फिजिकल एक्टिविटीज में शामिल जरूर करें जैसे उन्हें शाम को खेलने जाने दें या फिर एक्सरसाइज करने दें।
बच्चों के साथ बातचीत करना बहुत जरूरी है और इससे और भी ज्यादा जरूरी है कि आप उन्हें सुनें कि वो आपसे क्या कह रहे हैं।
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