Single Mom होने के साइकोलॉजिकल प्रभाव क्या हैं?

मां होना आसान नहीं है बहुत सारी जिम्मेदारियां इसके साथ जुड़ी होती है। अगर आप सिंगल मदर है तो जिम्मेदारियां का बोझ ज्यादा बढ़ जाता है जिसके प्रभाव साइकोलॉजिकल भी देखने को मिलते हैं। उन्हें जानते हैं (Image Credit: Freepik)

नींद पूरा न होना

सिंगल मॉम के ऊपर इतनी सारी जिम्मेदारियां होती है कई बार उनकी नींद पूरी नहीं होती है क्योंकि हर चीज अपने बच्चों की उन्हें खुद ही देखनी पड़ती है। (Image Credit: Pinterest)

Burnout हो जाना

सिंगल मॉम बर्नआउट हो जाती है। यह एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें व्यक्ति मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक तौर से पूरी तरह थक जाता है। उसके अंदर काम करने की एनर्जी बिल्कुल भी नहीं बचती है।(Image Credit: Freepik)

स्ट्रेस

एक सिंगल मदर को मां और पिता दोनों की जिम्मेदारी खुद ही अदा करनी पड़ती है। इसके साथ ही बच्चों के खर्चे और अपनी जरूरत का ध्यान भी उन्हें देखना पड़ता है। ऐसे में कहीं कोई चीज छूट न जाए या बच्चे को अच्छी परवरिश का उनके अंदर एक प्रेशर पैदा होता जिस कारण स्ट्रेस होता है। (Image Credit: Freepik)

खुद को ब्लेमिंग

अगर उनसे कोई गलती हो जाती है या फिर बच्चों की ग्रोथ में कोई कमी रह जाती है। इससे भी सिंगल मॉम खुद को ब्लेमिंग करना शुरू कर देती हैं। (Image Credit: Freepik)

अकेला महसूस करना

कई बार अकेलापन महसूस होता है क्योंकि हर बार उनकी स्थिति कोई नहीं समझ पाता जिस कारण उन्हें अकेलेपन महसूस होता है (Image Credit: Freepik)