महिलाओं के साथ यौन अपराध होने के 10 प्रमुख कारण

देश या दुनिया कितनी भी आगे क्यों न बढ़ चुकी हो महिलाओं के साथ अपराध होना कम नहीं हुए हैं। जितनी ज्यादा सुविधाएँ बढ़ी हैं महिलाओं के लिए मुश्किलें उतनी ही बढ़ी हैं समय के साथ महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ें हैं और आज के समय तो यह जमीनी स्तर से डिज़िटल तक पहुंच चुकी है। (Image Credit-Hindustan times)

कम सजा की दर

जहाँ रेप और यौन उत्पीड़न के मामले इतनी बड़ी संख्या में आते हैं वहीं दूसरी और इन मामलों में सजा की दर बहुत ही कम है। अगर भारत की बात की जाए तो आज भी लगभग 26 प्रतिशत मामलों में ही सजा दी जाती है। इस चीज में कोर्ट व्यवस्था बहुत ही धीमी है। (Image Credit-NewsonAir)

बलात्कार के मामलों की निपटान

अगर बात की जाए तो यह एक बहुत ही बड़ा मुद्दा है कि महिलाओं के साथ होने वाले रेप के केसेज दर्ज होने के बाद भी सालों तक उन पर कोई भी फैशला नहीं आता है और यह अपराधियों को निडर बना देता है। जिसके कारण केसेज और अधिक बढ़ते हैं।(Image Credit-Aaj Tak)

सार्वजनिक सुरक्षा का अभाव

महिलाओं को सार्वजानिक स्थानों पर आज भी कोई सुरक्षा नहीं है। घर से निकलने के बाद महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करती हैं और इतना ही नहीं आज कल के समय में तो महिलाएं खुद अपने घरों तक में भी सुरक्षित नहीं हैं जो एक बहुत बड़ा मुद्दा है।(Image Credit-Jansatta)

पीड़ित पर समझौता करने का दबाव

समाज और लोगों द्वारा अधिकतर रेप पीड़ित महिलाओं पर यह दबाव बनाया जाता है कि वह अपराधी के साथ समझौता कर लें और यह चीज अपराधियों को बढ़ावा देती है दोबारा ऐसी अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने की।(Image Credit-Punjab Kesari)

जनता में विश्वास की कमी

अक्सर लोगों को ऐसी घटनाओं के बाद कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिसमें उन्हें समय पर न्याय नहीं मिलता अपराधी के प्रति कोई कार्यवाही नहीं होती ऐसी खबरें रोजाना आने की वजह से लोग ऐसी घटनाओं को उजागर नहीं करते जो कि अपराधों को बढ़ावा देता है।(Image Credit-ABP News)

यौन शिक्षा का अभाव

अपर्याप्त या अनुपस्थित व्यापक यौन शिक्षा सहमति और सीमाओं के बारे में गलतफहमी पैदा करती है। जो कि महिलाओं के प्रति बढ़ते यौन अपराधों का एक बहुत बड़ा कारण है।(Image Credit-Amar Ujala)

शराब और मादक द्रव्यों का सेवन

नशीली दवाओं और शराब का उपयोग निर्णय को ख़राब करता है और अपराधियों को यौन आक्रामक व्यवहार में संलग्न करता है। ज्यादा मादक पदार्थों वाले क्षेत्रों में इन अपराधों की सख्या में अक्सर वृद्धि देखी गई है।(Image Credit-Punjab Kesari)

यौन असंवेदनशीलता

स्पष्ट और हिंसक यौन सामग्री के संपर्क में आना, विशेष रूप से कम उम्र में, व्यक्तियों को असंवेदनशील बना सकता है और संभावित रूप से अधिक आक्रामक व्यवहार को जन्म देता है।(Image Credit-Dainik Bhaskar)

मीडिया का प्रभाव

मीडिया हानिकारक रूढ़िवादिता को कायम रखता है और महिलाओं को वस्तु बनाकर यौन हिंसा को सहन करने वाली संस्कृति में योगदान देता है। जिससे कहीं ना कहीं अपराधों के बढनें में योगदान होता है। (Image Credit-File Image)

ऑनलाइन उत्पीड़न और साइबरबुलिंग

इंटरनेट की गुमनामी व्यक्तियों को ऑनलाइन यौन आक्रामक व्यवहार में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करती है। जो ऑफ़लाइन हिंसा में भी बदल सकती है और महिलाओं के प्रति ऑनलाइन हिंसा को बढ़ा रही है।(Image Credit-File Image)