मेनोपॉज़ के बारे में 10 बातें जो हर महिला को पता होनी चाहिए

मेनोपॉज़ एक महिला के जीवन में एक प्राकृतिक और महत्वपूर्ण चरण है। जो आमतौर पर 40 के दशक के अंत या 50 के दशक की शुरुआत में होता है। लेकिन कुछ महिलाओं के लिए यह पहले या बाद में भी हो सकता है। आइये जानते हैं वो 10 बातें जो महिलाओं को मेनोपॉज़ के बारे में पता होनी चाहिए।(Image's Credit - File Image)

मेनोपॉज़ क्या है?

मेनोपॉज़ एक महिला के प्रजनन वर्षों के अंत का प्रतीक है और इसे लगातार 12 महीनों तक मासिक धर्म की अनुपस्थिति के रूप में देखा गया है। यह एक प्राकृतिक जैविक प्रक्रिया है।

मेनोपॉज़ किस उम्र में होती है?

ज्यादातर महिलाओं में मेनोपॉज की शुरुआत 46 वर्ष की उम्र से होती है। इसके साथ ही सभी महिलाओं के लिए इसकी न्यूनतम आयु 45 से 55 वर्ष के बीच होती है। इसके साथ ही आज कल के समय में यह इस उम्र से भी कम उम्र में हो सकती है।

पेरिमेनोपॉज और मेनोपॉज में क्या अंतर है?

पेरिमेनोपॉज मेनोपॉज़ की शुरुआत होने से पहले का समय है। यह एक बदलाव का समय है जिसमें अंडाशय से हार्मोन का प्रोडक्शन कम होने लगता है। अनियमित मासिक धर्म पेरिमेनोपॉज का मुख्य संकेत होते हैं। जब आपका मासिक धर्म लगातार 12 महीनों तक नहीं आता है, तो इसका मतलब आपका मेनोपॉज़शरू हो चुका है।

एस्ट्रोजेन हार्मोन के स्तर में कमी के कारण उत्पन्न होने वाले लक्षण क्या हैं

गर्मी लगना एस्ट्रोजेन हार्मोन के लेवल में कमी का प्रमुख लक्षण हैं और ज्यादातर महिलाओं को मेनोपॉज़ के दौरान यह होता है। अन्य लक्षणों में थकान, कंसन्ट्रेट करने में प्रॉब्लम, डिप्रेशन या वजाइना ड्राईनेस में कमी से सेक्स के दौरान दर्द और ब्रेस्ट पेन आदि।

गर्मी लगना (hot flashes) कैसा होता है

हॉट फ्लैश के दौरान, आप शरीर के टेम्प्रेचर में तेजी महसूस करती हैं। यह आपके ऊपरी बॉडी और स्किन को ज़्यादा प्रभावित करता है। जिसकी वजह से रेडनेस होती है और स्किन पर दाग दिखाई देने लगते हैं।

क्या हॉट फ्लैश को रोक सकते हैं?

हॉट फ्लैश को रोक नहीं सकते हैं। लेकिन ट्रिगर करने वाले कारकों से बचकर हॉट फ्लैश की को कम किया जा सकता है। हॉट फ्लैश को बढ़ाने वाली चीजें हैं शराब, निकोटीन, कैफीन, तनाव, मोटापा, मसालेदार खाना और गर्म मौसम।

जय मेनोपॉज हड्डियों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है

मेनोपॉज से बोन डेंसिटी में कमी आ सकती है। जिससे ऑस्टियोपोरोसिस और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ता है। कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर स्वस्थ भोजन बनाए रखना और बोन डेंसिटी चेकअप कराने पर ध्यान देना आवश्यक है।

क्या मेनोपॉज हार्ट डिजीज बढ़ा सकता है

एस्ट्रोजन, जो मेनोपॉज के दौरान कम हो जाता है, हृदय स्वास्थ्य में भूमिका निभाता है। मेनोपॉज से महिलाओं में हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए हार्ट को हेल्दी रखने वाली लाइफस्टाइल अपनाना महत्वपूर्ण है।

क्या मेनोपॉज़ में वजन बढ़ना नॉर्मल है

कई महिलाओं को मेनोपॉज के दौरान वजन बढ़ने का अनुभव होता है, खासकर पेट के आसपास। नियमित व्यायाम और संतुलित आहार से इसे कम करने में मदद मिल सकती है। हार्मोन्स में उतार चढाव वजन बढने का कारण होता है।

मेनोपॉज़ के लक्षण सभी महिलाओं में लग हो सकते हैं?

हां मेनोपॉज़ के लक्षण एक महिला से दूसरी महिला में अलग-अलग हो सकते हैं। फिर क्यों न वो महिलाएं एक ही परिवार की हों। ऐसा होने का कारण यह है कि सभी महिलाओं में उम्र और अंडाशय के कार्य में कमी की दर अलग होती है।