Mother Self Care: मां बनने के बाद कैसे रखें खुद का ख्याल

हैल्थ: मां बनना आसान नहीं है, मां बनने के बाद महिलाओं को काफी चीजों का सामना करना पड़ता है। चाहें वो शारीरिक रूप से हो या दिमागी रूप से हो इसलिए मां बनने के बाद उन नन्हें कदमों के साथ साथ मां का ख्याल रखना भी बहुत जरूरी होता है। ऐसे में खुद को हेल्दी रखने व पोस्टपार्टम डिप्रेशन से दूर रखने के लिए नीचे बताए कुछ टिप्स को फॉलो करना न भूलें।

1. स्वस्थ आहार (Healthy Diet)

मां बनने के बाद आपका शरीर कई बदलावों से गुजरता है, और सही आहार से आपको ऊर्जा और पोषण मिलता है। हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज, और प्रोटीन से भरपूर Food Ingredient जैसे मछली, दालें, और नट्स को अपने आहार में शामिल करें। जंक फूड और अत्यधिक शक्कर से बचें।

2. हाइड्रेशन (Hydration)

शरीर को पर्याप्त पानी मिलना आवश्यक है। क्योंकि ब्रेस्टफीडिंग के दौरान हर रोज आपके शरीर से 2.2 लीटर के करीब पानी चला जाता है। ऐसे में पानी न केवल आपकी एनर्जी लेवल को बनाए रखता है बल्कि त्वचा को भी स्वस्थ रखता है। दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने का प्रयास करें।

3. व्यायाम (Exercise)

हल्का व्यायाम जैसे कि वॉकिंग, योगा, या स्ट्रेचिंग आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। डॉक्टर की सलाह के अनुसार, धीरे-धीरे व्यायाम को अपनी डेली लाइफ़ में शामिल करें। यह आपके मूड को भी बेहतर बनाए रखने में मदद करेगा और आप हर चीज को पॉजिटिव वे में सोचकर खुद को खुश रख सकती हैं।

4. नींद (Sleep)

बच्चे के जन्म के बाद नींद की कमी हो जाती है, लेकिन आपकी सेहत के लिए पूरी नींद लेना बहुत जरूरी है। जितना संभव हो सके, रात में कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें। अगर रात में सोना मुश्किल हो, तो दिन में भी छोटे-छोटे नींद के ब्रेक लें क्योंकि नींद पूरी नहीं होना भी स्ट्रेस का एक बड़ा कारण बनता है।

6. अपने लिए समय निकालें (Time For Yourself)

खुद के लिए समय बच्चे की देखभाल के साथ-साथ खुद के लिए भी समय निकालना महत्वपूर्ण है। थोड़े समय के लिए खुद को आराम देने की कोशिश करें, जैसे कि एक अच्छा बुक पढ़ना, एक गर्म बाथ लेना, या अपनी पसंदीदा फिल्म देखना।

7. स्वस्थ आदतें (Healthy Habits)

धूम्रपान और शराब से दूर रहें। ये आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं और आपके शरीर के रिकवरी प्रोसेस पर असर पड़ सकता हैं।

5. मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health)

नई मां बनने के बाद मानसिक तनाव और डिप्रेशन की संभावना बढ़ जाती है। अपने इमोशनल हैल्थ का ध्यान रखें। परिवार और दोस्तों से सहायता लें प्रॉब्लम्स से अकेले ही नहीं लड़ें। आपको अपनी दिक्कतों को अपनों से शेयर करने से आपका मन अच्छा होगा और अगर जरूरत हो तो साइकोलॉजिस्ट या काउंसलर से सलाह लें। नियमित रूप से अपने शौक और रुचियों को समय दें, यह मानसिक सुकून प्रदान करता है।

8. सहयोग प्राप्त करें (Get Support)

अपने परिवार और दोस्तों से मदद मांगें। पेरेंटिंग के दौरान सहयोग और समर्थन बहुत आवश्यक होता है। यह न केवल आपकी जिम्मेदारियों को साझा करता है, बल्कि आपको खुद को रिचार्ज करने का मौका भी देता है।