जानिए मेनोपॉज के बारे में 7 फैक्ट्स

मेनोपॉज महिलाओं में होने वाले पीरियड के खत्म होने का संकेत होता है। मेनोपॉज के बाद महिलाएं गर्भधारण करने में सक्षम नहीं होती हैं। यह उम्र बढ़ने के साथ सभी महिलों के साथ होता है। तो आइये जानते हैं मेनोपॉज से जुड़े ७ फैक्ट्स के बारे में-(Images From File)

मेनोपॉज की उम्र

मेनोपॉज आमतौर पर 45 और 55 की उम्र के बीच होती है। कुछ जगहों पर इसकी आयु 51 साल तक भी देखी गई है। जबकि कुछ महिलाओं को मेनोपॉज 35 वर्ष की ऐज में भी हो सकता है।

मेनोपॉज में हार्मोनल परिवर्तन

मेनोपॉज की एक प्रमुखता है अंडाशय द्वारा एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के प्रोडक्शन में कमी होना। ये हार्मोनल परिवर्तन कई शारीरिक और भावनात्मक लक्षणों को जन्म देते हैं।

मेनोपोज के लक्षण

मेनोपॉज के सामान्य लक्षणों में रात को पसीना, मूड में बदलाव, वजाइना का सूखापन और सेक्सुअल डिजायर में बदलाव हैं। लेकिन सभी महिलाओं में ऐसे ही लक्षण हों यह निश्चित नहीं होता है और उनकी गंभीरता में भी भिन्नता हो सकती है।

मेनोपॉज में होता है इमोशनल स्वास्थ्य पर असर

मनोदशा में बदलाव और चिड़चिड़ापन और चिंता जैसे इमोशनल प्रॉब्लम मेनोपॉज के समय में महिलाओं के साथ हो सकते हैं। हार्मोनल उतार-चढ़ाव मूड पर इफेक्ट कर सकते हैं।

मेनोपॉज के पर्सनल एक्सपीरियंस

मेनोपॉज एक पर्सनल एक्सपीरियंस है। एक महिला मेनोपॉज का अनुभव कैसे करती है। इसमें जेनेटिक कारक, लाइफस्टाइल और ओवर आल हेल्थ सभी भूमिका निभाते हैं।

मेनोपॉज में हार्ट डिजीज की समस्या

मेनोपॉज हार्ट सम्बन्धी खतरों के कारकों में बदलाव के साथ जुड़ा हुआ है। मेनोपॉज के समय महिलाओं में हार्ट रोग का खतरा बढ़ जाता है। इस समय में हार्ट को हेल्दी रखने वाली एक्टिविटीज में शामिल होना जरूरी है।

मेनोपॉज में हड्डियों की समस्याएं

मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन में गिरावट से बोन डेंसिटी में कमी होती है। जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है।

Disclaimer

प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।