जानिए असामान्य पीरियड सायकल के 8 प्रकारों के बारे में

पीरियड के बारे में जहाँ तक हम सभी जानते हैं कि इसमें बदलाव होना एक आम बात है। कभी पहले आना या लेट आना लाइफस्टाइल पर डिपेंड करता है। लेकिन महिलाओं में अक्सर ऐसी समस्याएं होती हैं। आइये जानते हैं 8 प्रकार के पीरियड सायकल के बारे में-(Image Credit - File Image)

हैवी फ्लो

मेनोरेजिया का तात्पर्य असामान्य रूप से भारी या लंबे समय तक पीरियड्स ब्लीडिंग से है। मेनोरेजिया से पीड़ित महिलाएं बहुत ही कम समय में पैड या टैम्पोन का उपयोग करती हैं या सात दिनों से अधिक समय तक चलने वाली अवधि का अनुभव करती हैं।

स्केन्टी फ्लो

यह पीरियड सायकल ऐसा होता है जिसमें पीरियड्स ब्लड बहुत ही हल्का होता हैओर इसका समय भी काफी ज्यादा हो सकता है। इसे ओलिगोमेनोरिया कहा जाता है। यह हार्मोनल असंतुलन, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) या अत्यधिक व्यायाम की वजह से हो सकता है।

इर्रिरेगुलर पीरियड

अगर आपके पीरियड कभी आ जाते हैं और इसके लिए किसी प्रकार का कोई समय नहीं है तो निश्चित ही आपको अनियमित पीरियड की समस्या है। ऐसा कोई के कारण हार्मोन असंतुलन से लेकर स्ट्रेस तक कई हो सकते हैं।

लॉन्ग पीरियड

यह मासिक धर्म के बीच अनियमित, अप्रत्याशित ब्लीडिंग है। मेट्रोर्रैगिया विभिन्न स्थितियों का संकेत हो सकता है, जैसे हार्मोनल असंतुलन, गर्भाशय पॉलीप्स या यहां तक कि कुछ संक्रमण भी।

पेनफुल पीरियड

पीरियड के दौरान एंथन या दर्द एक आम समस्या है लेकिन अगर आपको लगातार और ज्यादा समस्या हो रही है तो पीरियड के दौरान यह आपके लिए बहुत ही कष्टकारी हो सकता है। इससे राहत पाने के लिए आप ओवर डी काउंटर मेडिसिन या हीटिंग पेड या फिर रेस्ट टेकनीक्स का इस्तेमाल कर सकती हैं।

मिस्ड पीरियड्स

यह मासिक धर्म की अनुपस्थिति को बताता है। प्राथमिक एमेनोरिया उस स्थिति को दिखाता है जहां एक महिला को मासिक धर्म लेट हो जाता है। यह कई कारणों से हो सकता है जैसे हार्मोन संतुलन, स्ट्रेस या फिजिकल एक्टिविटी।

पेनफुल सेक्स

आपके पीरियड सायकल के दौरान दर्दनाक सेक्स का अनुभव कर सकती हैं, जिसे डिस्पेर्यूनिया भी कहा जाता है। कुछ समस्याएं सामान्य हो सकती हैं। लेकिन गंभीर दर्द नहीं। यह कभी-कभी एंडोमेट्रियोसिस या पेल्विक सूजन के कारण भी होता है।

पीरियड्स में स्पॉटिंग

यह पीरियड बीच में कभी भी हो सकता है जिससे आपको स्पॉटिंग हो सकती है। यह कई कारणों से हो सकता है जिसमें आमतौर पर हार्मोन इम्बैलेंस और कुछ दवाओं का प्रभाव शामिल हो सकता है। आपको लगातार इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो निश्चित ही आपको एक डॉक्टर से मिलना चाहिए।

Disclaimer

प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।