जानिए सेहत के लिए अपराजिता के फूल के कुछ बेहतरीन फायदे

अपराजिता फूल को बटरफ्लाई पी फूल या क्लिटोरिया टर्नेटिया कहा जाता है। एक बेहद अनोखा फूल है जिसका उपयोग आमतौर पर दुनिया के विभिन्न हिस्सों में पारंपरिक चिकित्सा में किया जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार से फायदेमंद है।(Image Credit-India TV Hindi)

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है

अपराजिता के फूल फ्लेवोनोइड और एंथोसायनिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। जो बॉडी की सेल्स को ऑक्सीडेटिव तनाव और फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं। (Image Credit-Amazon.in)

एंटीस्वेलिंग गुण मौजूद होते हैं

एंटीस्वेलिंग गुण मौजूद होते हैं अपराजिता के फूलों में सूजन-रोधी गुण होते हैं। जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। पुरानी सूजन विभिन्न स्वास्थ्य स्थितियों से जुड़ी होती है।(Image Credit-Only my health)

तनाव और चिंता से राहत दिलाती है

अपराजिता के फूलों का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में विश्राम को बढ़ावा देने और तनाव और चिंता को कम करने के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में किया जाता रहा है।(Image Credit-India TV Hindi)

स्किन हेल्थ के लिए लाभदायक

फूल में फ्लेवोनोइड्स और अन्य यौगिक होते हैं जिनके बारे में माना जाता है कि उनमें त्वचा-सुरक्षात्मक गुण होते हैं। कुछ सुन्दरता और स्किन देखभाल प्रोडक्ट्स स्वस्थ स्किन को बनाए रखने में इसके संभावित लाभों के लिए अपराजिता अर्क का उपयोग करते हैं।(Image Credit-Sabdbeej)

आंखों के लिए हेल्थ बेनेफिट्स

अपराजिता के फूलों में प्रोएंथोसाइनिडिन होते हैं। जो एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो आंखों के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। ये एंटीऑक्सिडेंट आंखों को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करते हैं।(Image Credit-Moody Lines)

ब्लड शुगर मैनेजमेंट

कुछ प्रारंभिक सबूत हैं जो बताते हैं कि हेल्दी ब्लड शुगर के लेवल का समर्थन करने में अपराजिता के फूलों की भूमिका होती है। (Image Credit-Kisan tak)

पाचन स्वास्थ्य

पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों में अपराजिता के फूलों का उपयोग स्वस्थ पाचन को बढ़ावा देने के लिए किया जाता रहा है। फूलों में मौजूद यौगिकों से कुछ पाचन लाभ भी मिलते हैं।(Image Credit-Kadiyam Nursery)

Disclaimer

प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।(Image Credit-Navbharat Times)