जानिए कौन सी बीमारियाँ हैं जो आमतौर पर महिलाओं को होती हैं

महिलाओं को अपनी पूरी लाइफ में कई तरह की समस्याओं से गुजरना पड़ता है। जिसके कारण ही उनके शरीर में समय-समय पर कई तरह की समस्याएं होती हैं और शरीर कमजोर होने लगता है। इस कारण से महिलाओं के शरीर में कुछ बीमारियों का होना आम हो जाता है।(Image's Credit - File Image)

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम

पीसीओएस एक हार्मोनल प्रॉब्लम है जो अनियमित मासिक धर्म, प्रजनन संबंधी समस्याएं और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है और यह महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है जो लगभग सभी को होती है।

डिप्रेशन और एंग्जायटी

पुरुषों की तुलना में महिलाओं में डिप्रेशन और एंग्जायटी का अनुभव होने की संभावना ज्यादा होती है और मासिक धर्म चक्र, गर्भावस्था और मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल उतार-चढ़ाव मूड बदलने सम्बन्धी प्रॉब्लम करते हैं।

मेंस्त्रुअल डिसऑर्डर

ज्यादा मासिक धर्म ब्लीडिंग (मेनोरेजिया) और दर्दनाक माहवारी (कष्टार्तव) जैसी स्थितियां महिलाओं के जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करती हैं और ये समस्याएं हर महिला को कभी न कभी जरुर झेलनी पडती हैं।

यूटीआई

महिलाएं अपनी शारीरिक संरचना के कारण यूटीआई के प्रति ज्यादा सेंसिटिव होती हैं और ये संक्रमण बार-बार हो सकते हैं।

पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज

पीआईडी अनुपचारित यौन संचारित संक्रमणों के परिणामस्वरूप होता है और अगर इसका इलाज नहीं किया गया तो यह बांझपन का कारण बन सकता है।

हृदय रोग

कहा जाता है कि हार्ट डिजीज अक्सर पुरुषों से जुड़ा होता है। लेकिन यह महिलाओं में भी मृत्यु का एक प्रमुख कारण है। महिलाओं में पुरुषों की तुलना में अलग लक्षण होते हैं, जिससे उनके बारे में जानकारी होना भी मुस्किल होता है।

ऑस्टियोपोरोसिस

महिलाओं में हड्डियों में समस्याओं का होना आम बात है जिससे ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा ज्यादा होता है। जिससे हड्डियां नाजुक हो जाती हैं और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है।

ऑटोइम्यून थायराइड विकार

हाशिमोटो थायरॉयडिटिस और ग्रेव्स रोग जैसी स्थितियां थायराइड ग्रंथियों को प्रभावित कर सकती हैं। जो महिलाओं में बहुत ज्यादा आम है।

स्तन स्वास्थ्य समस्याएं

स्तन कैंसर के अलावा, महिलाओं को स्तन स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जिसमें फाइब्रोसिस्टिक स्तन परिवर्तन और स्तन गांठ शामिल हैं।

Disclaimer

प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।