Period Matters: पीरियड्स को लेकर ये बातें आज भी छुपाई जाती हैं, क्यों?
पीरियड्स से जुड़ी कई बातें आज भी समाज में छुपाई जाती हैं। आखिर क्यों माहवारी पर खुलकर बात करना जरूरी है, और इसे अब भी एक वर्जित विषय क्यों माना जाता है?
पीरियड्स से जुड़ी कई बातें आज भी समाज में छुपाई जाती हैं। आखिर क्यों माहवारी पर खुलकर बात करना जरूरी है, और इसे अब भी एक वर्जित विषय क्यों माना जाता है?
समाज में आज भी इसे छुपाने लायक विषय माना जाता है। शर्म और झिझक की वजह से लड़कियों को सही जानकारी नहीं मिल पाती।
माहवारी को लेकर कई भ्रांतियां फैली हुई हैं, जिससे लड़कियों और महिलाओं को मानसिक और शारीरिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
आज भी कई जगहों पर इसे अशुद्ध माना जाता है। मंदिर जाना, रसोई में प्रवेश करना और कई सामान्य काम करने से रोका जाता है।
पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं को नज़रअंदाज़ करने से लड़कियां सही इलाज नहीं ले पातीं। जागरूकता ज़रूरी है।
जब तक हम इस विषय पर खुलकर चर्चा नहीं करेंगे, तब तक गलतफहमियां बनी रहेंगी।
कई देशों में पीरियड्स से जुड़ी शिक्षा को स्कूलों में अनिवार्य किया गया है। भारत में भी यह बदलाव ज़रूरी है।
पीरियड्स कोई शर्म का विषय नहीं, बल्कि एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। इसे सामान्य रूप से अपनाएं और जागरूकता फैलाएं।