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Role Of Regular Screenings To Prevent Cancer: कैंसर आजकल काफी चर्चा का विषय है। yeh एक गंभीर मुद्दा है जिसके बारे में सही जानकारी बहुत जरूरी है। पूनम पांडे की सर्वाइकल कैंसर की न्यूज़ के बाद कैंसर के बारे में काफी अवेयरनेस फैलाई जा रही है। इसके लिए अलग-अलग जानकारी आपको अलग-अलग प्लेटफार्म पर मिल जाएगी। आज हम जिस टॉपिक पर बात करने वाले हैं वो यह है कि कैंसर की रोकथाम में रेगुलर स्क्रीनिंग की क्या महत्वता है और किस कैंसर के लिए किस तरह की स्क्रीनिंग की जाती है। आईए जानते हैं-
स्क्रीनिंग क्या है?
कैंसर स्क्रीनिंग के लिए अलग-अलग टेस्ट किए जाते हैं, जिसमें लक्षणों से पहले ही कैंसर के बारे में पता लगाया जा सकता है। इसके बहुत फायदे हैं क्योंकि अगर समय रहते ही कैंसर का पता लग जाए तो इसका इलाज संभव होता है।
किस तरह के कैंसर के लिए क्या स्क्रीनिंग की जाती है?
Breast Cancer
महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर भी काफी आम है। अगर आप उसके लक्षणों से पहले इसके बारे में जानना चाहते हैं तो इसके लिए मैमोग्राम्स टेस्ट किया जाता है।
Cervical Cancer
सर्वाइकल कैंसर के लिए पैप स्मीयर टेस्ट किया जाता है। यह cervix में एब्नार्मल सेल्स की पहचान करता है जो आगे जाकर कैंसर बन सकते हैं।
Pregnancy
प्रेगनेंसी की स्क्रीनिंग से आप प्रेगनेंसी में होने वाले हेल्थ इश्यूज को पहले ही डिस्कस कर सकते हैं। इसमें अल्ट्रासाउंड, ब्लड टेस्ट और यूरिया टेस्ट आदि किए जाते हैं।
कैंसर की रोकथाम में Regular Screenings की क्या महत्वता है?
बीमारी की पहचान हो जाती हैं
रेगुलर स्क्रीनिंग करवाने से आपको अपने शरीर में चल रही बीमारी की पहचान हो सकती है। इससे आप उस बीमारी से बच सकते हैं। कई बार हमें लगता है कि हमारी सेहत ठीक है क्योंकि कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। कुछ बीमारियां ऐसे होता है, जिनके लक्षण दे दिखाई देते हैं। रेगुलर स्क्रीनिंग से आप इस भ्रम से बच सकते हैं।
प्री स्टेज में पहचान
कैंसर ऐसी बीमारी है अगर इसका प्री स्टेज में ही पता लग जाए तो इसका इलाज संभव है, नहीं तो आगे जाकर मुश्किलें आ सकती है। इसलिए रेगुलर स्क्रीनिंग का प्री स्टेज में बहुत महत्व बढ़ जाता है। क्योंकि बीमारी जल्दी पकड़ हो जाती है और फिर उसके इलाज में देरी नहीं होती।
सेहत को नियंत्रित कर सकते हैं
बीमारी को पहचानने के बाद आप अपनी सेहत को नियंत्रित कर सकते हैं।इससे आप अपनी लाइफस्टाइल या फिर आदतों में जो बदलाव करने हैं उन्हें आप अच्छे से कर सकते हैं। इसके साथ ही अपनी डाइट में सुधार ला सकते हैं और डॉक्टर से आपका एक संबंध भी बन जाएगा जो आपको इस जर्नी में हर स्टेप पर गाइड करेगा।
बीमारी के उपर ध्यान देते हैं
कई बार हमें बीमारी का पता नहीं लगता है और हम ओवरऑल हेल्थ पर ध्यान देने लग जाते हैं जो हमारी बीमारी को ठीक नहीं करता है। जब आप रेगुलर स्क्रीनिंग करवाएंगे आपको अपनी स्पेसिफिक बीमारी के बारे में पता लग जाएगा।
स्ट्रेस कम होता है
हमें बीमारियों का जब पता नहीं लगता है हमें स्ट्रेस होती है। हमें लगता है कि हम ठीक नहीं हो सकते। रेगुलर स्क्रीनिंग से आप किसी भी बीमारी का अर्ली स्टेज में पता लगा सकते हैं जो आपको स्ट्रेस कम करता है।
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