कैंसर जिनके बारे में महिलाओं को जानकारी रखनी चाहिए

कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसके बारे में जितनी जल्दी जानकारी हो जाए उतना ही अच्छा है। वैसे तो इसके बारे में सभी को जानकारी रखनी चाहिए लेकिन महिलाओं को खास तौर पर महिलाओं में होने वाले कैंसर के बारे में जानकारी होनी चाहिए।(Image Credit-Navbharat times)

ब्रेस्ट कैंसर

ब्रेस्ट कैंसर दुनिया भर में महिलाओं में होने वाला सबसे आम कैंसर है। जल्दी पता लगाने के लिए नियमित ब्रेस्ट परीक्षण, नैदानिक ​​ब्रेस्ट परीक्षण और मैमोग्राम आवश्यक हैं। आपके जेनेटिक हिस्ट्री को जानने से भी आपके लिए इसके खतरे को जानने में मदद मिलती है।(Image Credit-Navbharat times)

सर्वाइकल कैंसर

सर्वाइकल कैंसर मुख्य रूप से ह्यूमन पेपिलोमावायरस के कारण होता है। नियमित पैप स्मीयर और एचपीवी टीकाकरण से सर्वाइकल कैंसर को शुरुआत में ही रोकने और उसका पता लगाने में मदद मिलती है।(Image Credit-Medanta)

ओवेरियन कैंसर

ओवेरियन कैंसर को अक्सर "साइलेंट किलर" कहा जाता है क्योंकि शुरुआत में इसका पता लगाना मुश्किल होता है। सूजन, पैल्विक दर्द और आंत की आदतों में बदलाव जैसे लक्षणों के बारे में जागरूक रहना जरूरी है।(Image Credit-Navbharat times)

गर्भाशय एंडोमेट्रियल कैंसर

महिलाओं को असामान्य वजाइनल ब्लीडिंग के प्रति ध्यान रखना चाहिए। खासकर मेनोपॉज के बाद, क्योंकि यह गर्भाशय कैंसर का लक्षण हो सकता है। जल्दी पता लगाने के लिए स्त्री रोगों सम्बन्धी जांच करना जरूरी है।(Image Credit-Onlymyhealth)

कोलोरेक्टल कैंसर

कोलोरेक्टल कैंसर पुरुषों और महिलाओं दोनों को हो सकता है। कोलोनोस्कोपी या अन्य तरीकों से स्क्रीनिंग महत्वपूर्ण है। खासकर अगर आपके पास पारिवारिक इतिहास या खतरे के संकेत हैं।(Image Credit-Navbharat Times)

फेफड़ों का कैंसर

फेफड़ों का कैंसर महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौतों का प्रमुख कारण है। स्मोकिंग इसका सबसे महत्वपूर्ण कारण है। लेकिन धूम्रपान न करने वालों में भी फेफड़ों का कैंसर हो सकता है। (Image Credit-Dr. Priya Tiwari)

स्किन कैंसर

मेलेनोमा सहित स्किन कैंसर बढ़ रहा है। महिलाओं को मस्सों या त्वचा के धब्बों में बदलाव के प्रति ध्यान रखना चाहिए और अपनी त्वचा को यूवी विकिरण से बचाना चाहिए।(Image Credit-Redclifflabs)

थायराइड कैंसर

महिलाओं में थायराइड कैंसर होने की संभावना ज्यादा होती है। गर्दन की नियमित जांच और गर्दन एरिया में बदलावों के बारे में जागरूकता से शीघ्र पता लगाने में इससे बचने में मदद मिलती है।(Image Credit-Onco)

पैंक्रियाटिक कैंसर

यह अन्य कैंसरों की तरह यह आम नहीं है। पैंक्रियाटिक कैंसर का अक्सर उन्नत चरण में निदान किया जाता है। पीलिया, अकारण वजन घटना और पेट दर्द जैसे लक्षणों के प्रति जागरूक रहना जरूरी है।(Image Credit-News18Hindi)