Menopause के दौरान नींद से संबंधित समस्याओं से निपटने के तरीके

महिलाओं के जीवन में एक महत्वपूर्ण शारीरिक परिवर्तन का समय होता है "मेनोपॉज" (Menopause), जो सामान्यत: 45-55 वर्ष के बीच आता है। इस दौरान शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं, जो कई शारीरिक और मानसिक समस्याओं का कारण बन सकते हैं।

संतुलित आहार अपनाएं

आहार का हमारी नींद पर गहरा प्रभाव पड़ता है। मेनोपॉज के दौरान, खासतौर पर कैफीन, शक्कर और तले हुए भोजन से बचने की सलाह दी जाती है।

व्यायाम और योग

नियमित व्यायाम और योग भी मेनोपॉज के दौरान नींद की समस्याओं से निपटने में मददगार साबित हो सकते हैं।

सपोर्टिव हॉर्मोनल थेरेपी

कई महिलाएं मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल बदलावों के कारण सोने में समस्या का अनुभव करती हैं। डॉक्टर के मार्गदर्शन में हार्मोनल रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) ली जा सकती है

नींद के माहौल में बदलाव

एक शांत, अंधेरा और ठंडा वातावरण नींद को बेहतर बना सकता है। कमरे का तापमान थोड़ा ठंडा रखें, क्योंकि गर्मी में पसीना आने की समस्या होती है जो नींद को बाधित कर सकती है।

तनाव और चिंता को नियंत्रित करें

मेनोपॉज के दौरान महिलाओं में मानसिक तनाव और चिंता का स्तर बढ़ सकता है, जो नींद में खलल डालता है। मानसिक शांति के लिए ध्यान, प्राणायाम या माइंडफुलनेस का अभ्यास किया जा सकता है।

पानी का सेवन संतुलित मात्रा में करें

दिनभर में पानी पीना जरूरी है, लेकिन सोने से पहले अधिक पानी पीने से बचें, क्योंकि इससे बार-बार बाथरूम जाने की आवश्यकता हो सकती है और नींद में खलल पड़ सकता है।

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स्लीप रूटीन बनाए रखें

एक स्लीप रूटीन बनाना भी बहुत महत्वपूर्ण है। प्रतिदिन एक ही समय पर सोने और जागने की कोशिश करें।