किन स्थितियों में Cognitive Behavioral Therapy आपके काम आ सकती हैं?

आजकल मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याएं बहुत बढ़ रही हैं। हर कोई मेंटल हेल्थ को लेकर अपने स्ट्रगल से जूझ रहा है। ऐसे में कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी के बारे में आपने जरूर सुना होगा। चलिए आज इसके बारे में जानते हैं-(Image Credit: Freepik)

What IS CBT?

यह एक टॉक थेरेपी है, जिसमें आपके सोचने के तरीके पर और व्यव्हार काम किया जाता है। हमारे दिमाग में नेगेटिव थॉट्स आते हैं जो हमारे किसी काम के नहीं होते हैं इस थेरेपी में उन्हें पहचान कर उनके ऊपर काम किया जाता है और एक पॉजिटिव बदलाव लाए जाते हैं-(Image Credit: Freepik)

Anxiety

जो लोग एंजायटी से जूझ रहे हैं, उनके लिए भी कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी वर्क करती है। एंजायटी में आप हद से ज्यादा चीजों के बारे में चिंता करते हैं, जिसका असर आपकी रोजाना की जिंदगी पर देखने को मिलता है।(Image Credit: Freepik)

Depression

जिन लोगों को डिप्रेशन की समस्या होती है, वह हर वक्त चीजों के बारे में नेगेटिव सोचते रहते हैं। उनके लिए भी कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी वर्क करती है जिससे वह ऐसी सोच को चैलेंज कर सकते हैं।(Image Credit: Freepik)

Addiction

जिन लोगों को किसी भी चीज की आदत लग जाती है जैसे शराब,, स्मोकिंग या फिर वह किसी भी नशे की, उन्हें भी इस थेरेपी के जरिए ठीक किया जा सकता है।(Image Credit: Freepik)

Anger Issues

जब आप किसी भी चीज या व्यक्ति पर गुस्सा करते हैं तब आपकी बहुत सारी एनर्जी चली जाती है। इससे आपके अंदर एक गिल्ट भी पैदा हो जाता है। आप बाद में पछताने लगते हैं। ऐसी स्थिति में भी कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी काम आती है।(Image Credit: Freepik)

Phobias

डर का होना बुरी बात नहीं है लेकिन अगर यह हद से बढ़ जाए और आपको काम ही न करने दे जो जिससे आपको इतना ज्यादा खतरा नहीं है और आप उसे इंजॉय कर सकते हैं तब यह आपके लिए बुरा हो सकता है। ऐसे में कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी की मदद लें।(Image Credit: Freepik)

Eating Disorder

यह भी एक मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम है लेकिन अगर आप प्रोफेशनल हेल्प लेते हैं तो आप इससे निजात पा सकते हैं। (Image Credit: Freepik)

Disclaimer

Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।(Image Credit: Freepik)