जानिए पीरियड्स के समय ब्लड क्लॉट क्यों है नॉर्मल

पीरियड के समय पीरियड्स क्रैंप और शरीर में दर्द तब तक हम बात होती है जब तक वह अत्यधिक ना हो जाए पर बहुत बार महिलाएं पीरियड के समय ब्लड क्लोट से भी डरते हैं आज हम जानेंगे कि पीरियड्स के दौरान ब्लड क्लोट से डरना जरूरी नहीं है (image credit - Netdoctor )

ब्लड क्लोट का साइज मैटर करता है

मेंस्ट्रुएशन के दौरान ब्लड क्लोट के आने की फ्रीक्वेंसी और इसका साइज दोनों ही मैटर करता है अगर ब्लड कोर्ट का साइज स्मॉल या थोड़ा मॉडरेट होता है तो यह आम बात है पर उससे ज्यादा अत्यधिक होना एक चिंता का विषय बन सकता है (image credit -mixhers )

यह बॉडी का नेचुरल प्रोसेस होता है

मेंस्ट्रुएशन के दौरान एक ऐसा नेचुरल प्रोसेस होता है जो आपका ब्लड क्लोट को जमने से रोकता है और ज्यादा ब्लड के जमने को रोकता है, इसका यही मतलब होता है कि आपका ब्लड क्लोट सही रूप से कम कर रहे हैं जैसे कि चलने चाहिए (Image Credit - Healthshots)

पीरियड फ्लो पर भी डिपेंड करते हैं ब्लड क्लोट

बहुत बार मेंस्ट्रुएशन के समय ज्यादा ब्लड फ्लो आने पर ज्यादा ब्लड क्लोट भी आ सकते हैं, यदि आपका ब्लड फ्लो ज्यादा होता है तो ब्लड क्लोट भी ज्यादा आ सकता है इसीलिए उसे सिचुएशन में डर की इतनी संभावनाएं नहीं है (image credit - Fibroid institute )

यह मेंस्ट्रुएशन का नार्मल पार्ट है

पीरियड के समय ब्लड क्लोट का आना बहुत नॉर्मल होता है यह मेंस्ट्रुएशन का ही एक पार्ट होता है, जब बॉडी के नेचुरल प्रोसेस के दौरान खून जाम होकर गाड़ा हो जाता है तो यह ब्लड क्लोट में बदल जाता है (image credit - The channel 46)

मेडिकल गाइडेंस भी है जरूरी

यदि आपको ऐसा लगता है कि आपका ब्लड क्लोट अत्यधिक रूप से आ रहे हैं या वह ज्यादा बड़े आकार में आ रहे हैं तो आपको तो किसी विशेषज्ञ से कंसल्ट करना और मेडिकल गाइडेंस लेने की जरूरत हो सकती है (Image Credit-USA Fibroid Centers)