Digital Dementia: फोन की लत से इन तरीकों से बचें
टेक्नोलॉजी के युग में स्क्रीन टाइम बहुत ज्यादा बढ़ गया है। हम अपना बहुत सारा समय स्क्रीन पर व्यतीत करते हैं जिसके कारण डिजिटल डिमेंशिया बहुत आम हो रहा है। चलिए आज इससे बचने के उपाय जानते हैं-
टेक्नोलॉजी के युग में स्क्रीन टाइम बहुत ज्यादा बढ़ गया है। हम अपना बहुत सारा समय स्क्रीन पर व्यतीत करते हैं जिसके कारण डिजिटल डिमेंशिया बहुत आम हो रहा है। चलिए आज इससे बचने के उपाय जानते हैं-
आपको अपने स्क्रीन टाइम को लिमिट करना चाहिए। आपको दिन में सिर्फ 2-4 घंटे ही फोन चलाना चाहिए और इस टाइम लिमिट को सख्ती से फॉलो भी करना चाहिए।
अपने मन को रिलैक्स करने के लिए आप माइंडफूलनेस टेक्निक्स जैसे मेडिटेशन, योग या फिर ब्रीदिंग टेक्निक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
आप लोगों के साथ वर्चुअल बातचीत करने की बजाय उन्हें रियल लाइफ में मिलें। इससे आपकी सोचने और समझने की शक्ति बढ़ेगी।
बहुत सारे लोगों को सोने से पहले फोन चलाने की आदत होती है लेकिन ऐसा मत करें। आप सोने से एक-दो घंटे पहले ही फोन को साइड रख दें।
हम हर समय गूगल पर रिसर्च करते रहते हैं। कई बार इसकी जरूरत भी नहीं होती। माइंडफुल रिसर्च से भी आप अपने स्क्रीन टाइम को लिमिटेड कर सकते हैं।
आपको अपनी कॉग्निटिव एबिलिटीज को बनाए रखने के लिए ब्रेन एक्सरसाइज को करना चाहिए। इससे भी आपकी सोचने और समझने की शक्ति बढ़ेगी।
फोन को हमेशा ही सही पोस्चर में बैठकर चलाएं। आप लेटे हुए या फिर बुरे पोस्चर में बैठकर फोन को मत चलाएं।
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