/hindi/media/media_files/toxic-parents.png)
file image
Toxic environment (टॉक्सिक माहौल) आज के समय का सबसे ध्यान देने वाला विषय हैं। जहां लोग घर को सुख और आराम से जोड़ते है, वही वर्तमान समय मे घर बच्चों के लिए टॉक्सिक माहौल भी हो सकता है। टॉक्सिक माहौल बच्चों के मानसिक स्वास्थ(mental health) पर गहरी छाप छोड़ सकता है जिससे उनकी सामाजिक भूमिका और कार्य करने की क्षमता पर गहरा असर पड़ता हैं। आइए समझते है, कि टॉक्सिक माहौल बच्चों पर किस प्रकार गहरा असर डालता है:
Toxic माहौल बच्चों के लिए कितना खतरनाक? जानिए गहरा असर
1. उनकी सामाजिक भूमिका पर प्रभाव
घर, समाज का सबसे निचला हिस्सा होता है जो बच्चों को आगे की राह तय करने और उनके व्ययव्हर को सही मार्ग प्रदर्शित करने मे मदद करता है। लेकिन जब घर मे नकारात्मक व्यवहार उनके साथ होता हैं, वे समाज मे खुद को प्रदर्शित करने और भागीदारी से भागते है। जो उनको स्वयं मे सीमित कर देता है।
2. कार्य और बेहतर प्रदर्शन की क्षमता पर प्रभाव
बच्चा जब लगातार ऐसे वातावरण मे स्वयं को पता है तो यह अपने future decision को भी प्रभावित होते देखते है। कक्षा और हर जगह वे स्वयं को जहां पेश कर सकते है, परंतु नहीं करते और स्वयं को सीमित और संकुचित बना लेते है। जब बच्चे बड़े होते है तो स्वयं मे सीमित रहना, ज्यादा खुलना नहीं, न अपनी बात कहना ऐसे प्रभाव उन पर देखे जाते है।
3. मानसिक और शारीरिक सेहत पर असर
लगातार नकारात्मक व्यवहार मानसिक सेहत पर असर तो डालता है पर शारीरिक क्षमता को भी प्रभावित करता है। प्रफुलित मन शरीर को स्वस्थ रखने मे मदत करता है, लेकिन जब लगातार मन नकारात्मक प्रभाव से घिरा होता है वह तन को भी रोगी बना देता है। बच्चा खेल-कूद मे कम भाग लेगा जिससे वह शारीरिक रूप से कमजोर होने लगता हैं।
4. हर चीज के लिए खुद को दोषी ठहराना
जब भी कोई नकारात्मक घटना या कुछ भी ऐसा होगा, टॉक्सिक माहौल मे रहने वाले बच्चे panic, और Anxiety महसूस करने लगते है। वे मुश्किल से लड़ना और जबाब देना जैसे जानते ही नहीं क्योंकि उन्हें लगातार नकारात्मक वातावरण से डील करना पड़ता हैं, जो उनको स्वयं को दोषी देखने के नजरिए को प्रबल कर देता है।
5. डर और कमजोरी का भाव होना
Toxic parenting बच्चों मे डर और कमजोरी का भाव पैदा करता है। ऐसा माहौल उन्हे लगातार अंदर से भी कमजोरी में रखता है। और मजबूर कर देता है की हर जगह उन्हे ऐसा ही माहौल मिलेगा चाहे situation अलग ही क्यों न हो वे डर और तनाव के माहौल मे रहने लगते है और personality को वैसा ही बना लेते है।