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Motherhood tips Photograph: (Freepik)
These are 5 taunts single women often have to hear: आज के आधुनिक समाज में जहां महिलाएं हर क्षेत्र में तरक्की कर रही हैं वहीं एक सिंगल महिला होना अब भी लोगों की नजरों में असामान्य माना जाता है। विवाह न करने या किसी रिश्ते में न होने के कारण महिलाएं अनेक प्रकार के तानों और सवालों का सामना करती हैं। यह न केवल मानसिक तनाव का कारण बनता है बल्कि समाज की संकीर्ण सोच को भी उजागर करता है। नीचे ऐसे सात आम तानों का उल्लेख किया गया है जो सिंगल महिलाओं को अक्सर सुनने पड़ते हैं
सिंगल महिला को सुनने पड़ते हैं ये सात ताने
1. अभी तक शादी क्यों नहीं हुई
यह सवाल सबसे आम और सबसे पहले पूछा जाने वाला ताना होता है। जैसे ही कोई महिला एक निश्चित उम्र पार करती है खासकर पच्चीस से तीस के बीच तो समाज रिश्तेदार और यहां तक कि सहकर्मी तक पूछने लगते हैं कि उसकी शादी क्यों नहीं हुई। इसे पूछने वाले लोग यह समझने की कोशिश नहीं करते कि शादी एक व्यक्तिगत निर्णय है और हर किसी का समय अलग होता है। इसके पीछे छुपा भाव यह होता है कि एक महिला की असली पहचान तभी बनती है जब वह शादी कर ले। यह सोच न सिर्फ पिछड़ी हुई है बल्कि महिलाओं की स्वतंत्रता को सीमित करने वाली भी है।
2. इतनी पढ़ाई कर ली अब शादी का सोचो
महिलाओं की शिक्षा को अक्सर तब तक सराहा जाता है जब तक वह शादी के रास्ते में रुकावट न बने। जब कोई महिला उच्च शिक्षा ग्रहण करती है करियर में आगे बढ़ती है या अपनी पहचान बनाना चाहती है तो लोग यह ताना देने लगते हैं कि अब पढ़ाई काफी हो गई अब शादी करनी चाहिए। यह सोच यह जताती है कि पढ़ाई केवल अच्छा रिश्ता पाने का माध्यम ह न कि आत्मनिर्भर बनने का। सच्चाई यह है कि महिलाएं आज के समय में केवल पत्नी या मां बनने के लिए नहीं पढ़तीं बल्कि अपने सपनों को जीने के लिए पढ़ती हैं।
3. इतनी स्मार्ट हो फिर भी कोई मिला नहीं
यह बात सुनने में तारीफ की तरह लग सकती है लेकिन असल में इसमें गहरा ताना छिपा होता है। इससे यह धारणा झलकती है कि अगर कोई महिला खूबसूरत शिक्षित और समझदार है तो वह अकेली कैसे हो सकती है समाज यह मानने को तैयार ही नहीं है कि कोई महिला अपनी मर्जी से भी अकेली रह सकती है। यह सोच यह भी दर्शाती है कि महिला की जिंदगी में पुरुष का होना जरूरी है वरना उसकी योग्यता अधूरी है। जबकि सच्चाई यह है कि बहुत सी महिलाएं जानबूझकर अकेली रहना पसंद करती हैं ताकि वे खुद को समय दे सकें और बिना किसी दबाव के जीवन जी सकें।
4. कुछ तो कमी होगी तभी कोई नहीं मिला
यह ताना न केवल आहत करने वाला होता है बल्कि बेहद घटिया सोच को दर्शाता है। जब कोई महिला लंबे समय तक सिंगल रहती है तो लोग यह मान लेते हैं कि ज़रूर उसमें कोई कमी है शायद स्वभाव ठीक नहीं ज़्यादा आत्मनिर्भर है या शादी के लिए ज़्यादा शर्तें रखती है। यह सोच यह मानती है कि अगर कोई महिला सामान्य होती तो उसकी शादी अब तक हो गई होती। यह न केवल महिला के व्यक्तित्व पर सवाल उठाता है बल्कि उसकी स्वतंत्र सोच को भी दोष देता है।
5. सिंगल हो तो ज़रूर कोई सीक्रेट अफेयर होगा
कई बार लोग यह भी सोचते हैं कि जो महिलाएं सिंगल होने का दावा करती हैं वे दरअसल किसी रिलेशनशिप को छिपा रही होती हैं। यह सोच पूरी तरह महिला की निजता पर हमला करती है। यह मानने को तैयार नहीं होती कि कोई महिला बिना किसी रिश्ते में रहकर भी खुश हो सकती है। इस तरह की बातों से महिलाओं की छवि को नुक़सान पहुंचाया जाता है और उन्हें झूठा साबित करने की कोशिश की जाती है। समाज को यह समझना होगा कि अकेले रहना किसी महिला की स्वतंत्रता का प्रतीक है न कि शर्म की बात।