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Kartik Purnima 2023: कार्तिक पूर्णिमा हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो कार्तिक माह की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। यह साल 2023 में 26 नवंबर को मनाई जाएगी। कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का भी विशेष महत्व है। कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहा जाता है।
Kartik Purnima 2023 : कार्तिक पूर्णिमा के बारे में 10 महत्त्वपूर्ण बातें
- कार्तिक पूर्णिमा का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। भगवान विष्णु को कार्तिक माह का देवता माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के मत्स्य अवतार की भी पूजा की जाती है। माता लक्ष्मी को धन और समृद्धि की देवी माना जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने से धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का भी विशेष महत्व है।माना जाता है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन लोग गंगा, यमुना, कावेरी, नर्मदा, गोदावरी आदि पवित्र नदियों में स्नान करने जाते हैं।
- कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक असुर का वध किया था। इसलिए इस दिन भगवान शिव की पूजा कर त्रिपुरासुर के वध की याद की जाती है।
- कार्तिक पूर्णिमा के दिन लोग दान-पुण्य करते हैं। इस दिन लोग अन्न, वस्त्र, धन आदि का दान करते हैं। दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
- कार्तिक पूर्णिमा के दिन लोग दीपदान करते हैं। इस दिन लोग शाम के समय घरों और मंदिरों में दीप जलाते हैं। दीपदान करने से अंधकार का नाश होता है और प्रकाश की विजय होती है।
- कार्तिक पूर्णिमा के दिन लोग व्रत रखते हैं। इस दिन लोग भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए व्रत रखते हैं। व्रत रखने से शरीर और मन शुद्ध होता है।
- कार्तिक पूर्णिमा के दिन लोग धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। इस दिन लोग भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करते हैं और उनकी आरती करते हैं। धार्मिक अनुष्ठान करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
- कार्तिक पूर्णिमा के दिन लोग मिठाई और पकवान बनाते हैं। इस दिन लोग खीर, हलवा, पूरनपोली, लड्डू आदि मिठाई और पकवान बनाते हैं। मिठाई और पकवान प्रसाद के रूप में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को चढ़ाए जाते हैं।
- कार्तिक पूर्णिमा के दिन लोग भजन-कीर्तन करते हैं। इस दिन लोग मंदिरों में जाकर भजन-कीर्तन करते हैं। भजन-कीर्तन करने से मन को शांति मिलती है और आत्मिक सुख प्राप्त होता है।
- कार्तिक पूर्णिमा एक शुभ और पावन त्योहार है। इस दिन लोग भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं और दान-पुण्य करते हैं। यह त्योहार लोगों को एक-दूसरे के करीब लाने और सद्भाव बढ़ाने में मदद करता है।