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ज्यादा सोने के नुकसान - हर व्यक्ति को मिनिमम 6 और मैक्सिमम 8 घंटे सोना जरूरी होता हैं। भरपूर नींद लेने से आपका सेहत अच्छा रहता है और काम करने की एनर्जी मिलती हैं। अगर आप सही नींद लेते है तो बहुत सारी बीमारियों से निजात मिलता हैं डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और आदि। लेकिन कुछ लोग ज्यादा देर तक सोते हैं। नींद जरूरी है पर अत्यधिक नींद लेने से शरीर का नुकसान भी होता है। कुछ लोग 8 घंटे से ज्यादा सोते हैं जिसके कारण उनको कई तरह की शरीर की बीमारियों से जूझना पड़ता है। कई बार ज्यादा नींद आने के कारण डिप्रेशन, थायराइड, हृदय से जुड़ी बीमारी और के कारण भी होता है जिसके बारे में जाना जरूरी है।
अगर आप 8 घंटे से ज्यादा सोते हैं तो इसका असर हमारे दिल की सेहत पर पड़ता है। स्टडीज के अनुसार लंबे समय तक सोने से लेफ्ट वेंटिकुलर का वजन बढ़ जाता है। लेफ्ट वेंट्रिकुलर का वजन बढ़ने से हार्ट अटैक का जोखिम भी हो सकता है। इसके अलावा देर तक सोने से स्ट्रोक का जोखिम 46 फ़ीसदी बढ़ जाता है।
हमें पता भी नहीं होता है लेकिन कई बार ज्यादा नींद आने के कारण तनाव होता है। आज के जीवन शैली के कारण तनाव, एंजायटी, और डिप्रेशन जैसी चीजें आम हो गई हैं। देर तक सोने से न्यूरोट्रांसमीटर पर प्रभाव पड़ता है। न्यूरोट्रांसमीटर को बढ़ाने के लिए अधिक शारीरिक गतिविधि जरूरी होता है। लेकिन नींद के कारण शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है।
सीमित मात्रा में सोने से अगर सेहत सही होता है तो देर तक सोने से मोटापा बढ़ता है। ज्यादा सोने से आपकी शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है जिसकी वजह से आपका शरीर कम कैलोरी खर्च कर पाता हैं। इसके अलावा लंबे समय तक सोने से ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल भी बढ़ जाता हैं।
ज्यादा सोनेे से मानसिक स्वास्थ पर प्रभावित पड़ता है। अगर आप सुबह देर से सो कर उठेंगे तो आपकी रात की नींद प्रभावित होती है। जिसके कारण आपको रात में नींद नहीं आ सकता है और उसका असर दिमाग पर पड़ता है। इसके अलावा आपका सोने का शेड्यूल भी खराब हो जाता है।
ज्यादा सोने के 4 नुकसान
1. दिल से जुड़ी बीमारी हो सकती है
अगर आप 8 घंटे से ज्यादा सोते हैं तो इसका असर हमारे दिल की सेहत पर पड़ता है। स्टडीज के अनुसार लंबे समय तक सोने से लेफ्ट वेंटिकुलर का वजन बढ़ जाता है। लेफ्ट वेंट्रिकुलर का वजन बढ़ने से हार्ट अटैक का जोखिम भी हो सकता है। इसके अलावा देर तक सोने से स्ट्रोक का जोखिम 46 फ़ीसदी बढ़ जाता है।
2. तनाव
हमें पता भी नहीं होता है लेकिन कई बार ज्यादा नींद आने के कारण तनाव होता है। आज के जीवन शैली के कारण तनाव, एंजायटी, और डिप्रेशन जैसी चीजें आम हो गई हैं। देर तक सोने से न्यूरोट्रांसमीटर पर प्रभाव पड़ता है। न्यूरोट्रांसमीटर को बढ़ाने के लिए अधिक शारीरिक गतिविधि जरूरी होता है। लेकिन नींद के कारण शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है।
3. बढ़ने लगता है मोटापा
सीमित मात्रा में सोने से अगर सेहत सही होता है तो देर तक सोने से मोटापा बढ़ता है। ज्यादा सोने से आपकी शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है जिसकी वजह से आपका शरीर कम कैलोरी खर्च कर पाता हैं। इसके अलावा लंबे समय तक सोने से ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल भी बढ़ जाता हैं।
4. दिमाग पर असर पड़ता है
ज्यादा सोनेे से मानसिक स्वास्थ पर प्रभावित पड़ता है। अगर आप सुबह देर से सो कर उठेंगे तो आपकी रात की नींद प्रभावित होती है। जिसके कारण आपको रात में नींद नहीं आ सकता है और उसका असर दिमाग पर पड़ता है। इसके अलावा आपका सोने का शेड्यूल भी खराब हो जाता है।