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इम्यून सिस्टम कमजोर लक्षण - इस महामारी के वक्त सभी अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए नए तरीके अपना रहे हैं। हालांकि यहां लाजमी भी है ,क्योंकि हमारा इम्यून सिस्टम हमें बैक्टीरिया, फंगल, वायरल से बचाता है और बीमारियों लड़ने में मदद करता है। लेकिन हमें सिर्फ अभी नहीं बल्कि हमेशा इन सिस्टम को मजबूत रखना चाहिए। कई लोगों को पता भी नहीं होता लेकिन उनका इम्यून काफी कमजोर होता है। इसीलिए सही समय पर जाना जरूरी है ताकि इसे मजबूत किया जा सकें। जानें इम्यून सिस्टम कमजोर के 4 लक्षण।
कई लोग पाचन की समस्या को गंभीरता से नहीं लेते हैं। लेकिन यह इम्यून सिस्टम कमजोर होने का कारण भी हो सकता है। 70% इम्यून सिस्टम हमारे आंत में रहता है जो पथोगें (pathogen) से लड़ता है और हमारे इम्यून सिस्टम को बनाता है। सिंबायोटिक बैक्टीरिया का मात्रा कम होने से वायरस, क्रॉनिक इन्फ्लेमेशन और ऑटोइम्यून डिजीज का खतरा बढ़ता है। इसलिए जरूरी है कि अपने शरीर के साथ पाचन प्रणाली को भी उतना ही ध्यान दिया जाए।
प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया न्यू सेल्स के जरिए संक्रमण को रोकने के लिए घाव को फुलाती है। लेकिन अगर आपको इम्यून सिस्टम मजबूत नहीं है तो घाव को ठीक करने के लिए न्यू सेल्स को जनरेट करने से रोकती है। अगर आप भी ऐसी कोई समस्या है तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
पूरी नींद और आराम के बाद भी अगर आप हमेशा थकान महसूस करते हैं तो उसका मतलब है कि आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है। इम्यून सिस्टम से ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। हालांकि आप योग और एक्सरसाइज करने से हृदय और ब्लड सरकुलेशन को बेहतर बना सकते हैं। जिसकी मदद से आपकी एनर्जी भी बढ़ेगी।
स्टडीज के अनुसार एडल्ट्स को हर साल औसतन दो से तीन बार सर्दी होती है। लेकिन अगर आपको बार बार सर्दी जुखाम होता है तो इसका मतलब है कि आप का इम्यून सिस्टम कमजोर है। यह हाइजीन और लाइफस्टाइल इशू के कारण होता है।
इम्यून सिस्टम कमजोर होने के 4 लक्षण
1. लगातार पाचन विकार महसूस करना
कई लोग पाचन की समस्या को गंभीरता से नहीं लेते हैं। लेकिन यह इम्यून सिस्टम कमजोर होने का कारण भी हो सकता है। 70% इम्यून सिस्टम हमारे आंत में रहता है जो पथोगें (pathogen) से लड़ता है और हमारे इम्यून सिस्टम को बनाता है। सिंबायोटिक बैक्टीरिया का मात्रा कम होने से वायरस, क्रॉनिक इन्फ्लेमेशन और ऑटोइम्यून डिजीज का खतरा बढ़ता है। इसलिए जरूरी है कि अपने शरीर के साथ पाचन प्रणाली को भी उतना ही ध्यान दिया जाए।
2. घाव ठीक होने में वक्त लगना
प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया न्यू सेल्स के जरिए संक्रमण को रोकने के लिए घाव को फुलाती है। लेकिन अगर आपको इम्यून सिस्टम मजबूत नहीं है तो घाव को ठीक करने के लिए न्यू सेल्स को जनरेट करने से रोकती है। अगर आप भी ऐसी कोई समस्या है तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
3. थकान महसूस होना
पूरी नींद और आराम के बाद भी अगर आप हमेशा थकान महसूस करते हैं तो उसका मतलब है कि आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है। इम्यून सिस्टम से ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। हालांकि आप योग और एक्सरसाइज करने से हृदय और ब्लड सरकुलेशन को बेहतर बना सकते हैं। जिसकी मदद से आपकी एनर्जी भी बढ़ेगी।
4. बार बार सर्दी होना
स्टडीज के अनुसार एडल्ट्स को हर साल औसतन दो से तीन बार सर्दी होती है। लेकिन अगर आपको बार बार सर्दी जुखाम होता है तो इसका मतलब है कि आप का इम्यून सिस्टम कमजोर है। यह हाइजीन और लाइफस्टाइल इशू के कारण होता है।