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1. खुद को आगे रखना
हमेशा से महिलाओं को सिखाया गया है कि अपने से पहले अपने पति अपने परिवार को देखना जरूरी है। लेकिन क्या महिलाओं को इससे खुद की खुशी मिल जाएगी ? जाहिर है कि नहीं, गलत विचारधारा के खिलाफ जाकर खुद को आगे रखने में कोई बुराई नहीं है। हर महिला के अपने सपने होते हैं, लेकिन समाज की छोटी सोच के कारण महिलाओं के सपने को दवा दिया जाता है।
हालांकि इस पीढ़ी की महिलाएं गलत के खिलाफ होकर अपने लिए खड़े होना अच्छे से जानती हैं। कई महिलाओंं के ऐसा निर्णय लेनेेेेे के कारण आज वह लोगों के लिए प्रेरणा बन रही है।
2. सैक्रिफाइस नहीं करना
समाज के लिए अभी भी लड़कियों का अपने घर से निकल कर अपने लिए कुछ करना गलत है। लड़कियों के लिए अपने बारे में सोच कर कंप्रिमाइज नहीं करना गलत है। जिसका जवाब इस पीढ़ी की महिलाएं सही तरीके से दे रही हैं। वही कोई महिला अगर समाज के हिसाब से नहीं चलती है तो समाज उनके बारे में नकारात्मक सोच बना लेती हैं। वहीं सोच में बदलाव नहीं लाया जा सकता है।
3. अपने सपनों के लिए जीना
आज की महिलाएं शादी की बजाएं अपने करियर बढ़ाने में लगी है, अपने आप को शिक्षित करने में लगी है। हालांकि समाज इस फैसले को भी गलत मानता है। दरअसल सदियों से औरतों ने हाउसवाइफ बन कर घर का काम किया है। जिसके बदले उन्हें आज तक अधिकार या सम्मान नहीं मिला है, वह आज भी घरेलू शोषण का शिकार हो हैं। हालांकि इस बात का करियर वूमेन खंडन करती थी इसीलिए समाज को कैरियर वुमन रास नहीं आती हैं।
4. आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर
हमेशा से औरत अपने पति या पिता के पैसे पर निर्भर रहती थी और आज भी कई महिलाएं निर्भर हैं। हालांकि जितना हक पति और बेटे का होता है घर संभालने का, उतना ही पत्नी और बेटी का भी होता है। वही आज की महिला इस बात को समझ कर दूसरों पर निर्भर रहने के बजाय खुद के पैरों पर खड़ी हो रही है। यहां तक कि अपने परिवार को भी बिना भाई और पति के संभाल रही है।