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Women Leaders: महिलाएं जिन्होंने डिसेबिलिटी को नहीं आने दिया आड़े

कुछ लोग ही होते हैं जो दौड़ में भाग लेकर दौड को जीत के दिखाते हैं। यह लोग हम सभी के लिए एक इंस्पिरेशन है। आइए जानते हैं ऐसी महिलाओं के बारे में जिन्होंने अपनी डिसेबिलिटी को नहीं आने दिया अपनी सक्सेस के बीच, इस इंस्पिरेशन ब्लॉग के जरिए

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Aastha Dhillon
06 Jan 2023
Women Leaders: महिलाएं जिन्होंने डिसेबिलिटी को नहीं आने दिया आड़े

Women Leaders

Women Corporate Leaders: हम रोज ना जाने कितने ही बिजनेसमैन और बिजनेस वूमेन को देखते हैं। इस बढ़ती हुई दौड़ में कुछ लोग पीछे रह जाते हैं अपनी अनेक डिसेबिलिटी के कारण। ऐसे लोग या तो हार मान लेते हैं या फिर दौड़ में हिस्सा ही नहीं लेते। कुछ ही होते हैं जो दौड़ में भाग लेकर उस दौड को जीत के दिखाते हैं। यह लोग हम सभी के लिए एक इंस्पिरेशन है। आइए जानते हैं ऐसी महिलाओं के बारे में जिन्होंने अपनी डिसेबिलिटी को नहीं आने दिया अपनी सक्सेस के बीच, इस ब्लॉग के जरिए

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अपने डिसेबिलिटी को मात देकर, बनी लीडर यह महिलाएं

1.Mrunmaiy Abroal

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मृण्मयी, भारत में अमेजॉन के द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट्स और Alexa की पब्लिक सर्विसेज में हेड है। टेक्नोलॉजी के लिए उनका प्यार और विचारों को कार्यों में बदलने की उनकी महाशक्ति, उनके दिमाग को गुदगुदाती है। काम के बाहर, मृण्मयी एक पैरा-एथलीट, एक खोजकर्ता और एक ब्लॉगर हैं। मृणमयी बताती हैं कि उन्होंने अपना जीवन एक नॉर्मल प्राणी की तरह जिया है। फिर उनका एक्सीडेंट हो गया जिसके कारण उनके शरीर का लगभग 90% हिस्सा पैरालाइज हो गया। उन्होंने अपनी अक्षमता को कभी सक्सेस के बीच नहीं आने दिया।

2.Ira Singhal

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इरा सिंघल एक भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी और कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हैं। वह वर्ष 2014 के लिए UPSC की सिविल सेवा परीक्षा में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाली व्यक्ति थीं। उन्हें स्कोलियोसिस होने के कारण पोस्टिंग से मना कर दिया गया था । 2012 में उन्होंने सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (CAT) में केस फाइल किया और चार साल बाद जीत गईं, जिसके बाद उन्हें भारतीय राजस्व सेवा में असिस्टेंट कमिश्नर के तौर पर पोस्टिंग दी गई। 

3 Nirmala Kewlani

यह बहुत ही प्रेरणादायक है कि कैसे निर्मला ने अपने जीवन जीने के तरीके में अपनी व्हीलचेयर को कभी भी बाधा नहीं बनने दिया। उन्होंने न केवल अपने सपनों के लिए लड़ाई लड़ी, बल्कि उन्होंने अपने जैसे हजारों अन्य लोगों के लिए भी अपने अधिकारों की मांग करना संभव बनाया। उन्होंने मुंबई में बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट के खिलाफ एक जनहित याचिका (PIL) दायर की, जिसमें उन्हें विकलांग व्यक्ति अधिनियम (पीडीए) को लागू करने के लिए कहा गया, जिससे अंततः शहर में 30 विकलांग-अनुकूल बसें बन गईं।

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4 Rajlakshmi SJ

पोलैंड में 'मिस वर्ल्ड व्हीलचेयर 2017' का खिताब जीतने के लिए राजलक्ष्मी एसजे सुर्खियों में आई। बेंगलुरु की यह व्हीलचेयर-बाउंड ऑर्थोडॉन्टिस्ट सिर्फ 31 साल की है। प्रेरक TEDx वार्ता देने के साथ-साथ, वह नियमित रूप से नि:शुल्क दंत चिकित्सा जांच करती हैं और विकलांगों के रोजगार और शिक्षा अधिकारों के लिए काम करती हैं। 

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