Relationship Advice: प्यार और रिश्ते की सलाह मिलना मुश्किल नहीं है, खासकर इंटरनेट के युग में, लेकिन क्या यह भरोसेमंद है? क्या हमें उन लोगों से सलाह नहीं मिलनी चाहिए जिन पर हम सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं कि कैसे हमें एक रिश्ते को संभालना चहिए। प्रेम का विचार सुंदर व निर्मल सा लगता है। लेकिन इन सभी खूबसूरत भावनाओं के साथ प्यार अन्य चुनौतियों और प्रतिबद्धताओं के साथ भी आता है और ये सभी चुनौतियाँ कभी-कभी एक झटके के रूप में आती हैं। जब मुझे पहली बार प्यार हुआ तो मेरे दिमाग में लगातार एक ख्याल आया- काश मेरी मॉम ने मुझे ये बातें पहले ही बता दी होतीं। तो शायद मेरे लिए मेरी लव लाइफ को नेवीगेट करना बहुत आसान होता और जब चीजें सही नहीं चल रहीं थीं रिलेशनशिप में तब मुझे इस दर्द से निकलने में भी मदद मिलती या फिर आगे कैसे बढ़ना है पता चलता।
5 Advice about love and relationship
1.रिलेशनशिप हमेशा एक स्मूथ राइड नहीं होती
रिलेशनशिप का विचार हमेशा प्यार और खुशी से जुड़ा होता है। यदि आप इस अनुभव के लिए नए हैं, तो आप यह मानते होंगे कि रिलेशनशिप खुशी और प्यार का केंद्र है। हम अक्सर बाद में महसूस करते हैं कि एक रिलेशनशिप अच्छे और बुरे दोनों हिस्सों के साथ आता है। यह परियों का देश नहीं है - वे सिर्फ कहानी की किताबों में हैं, वास्तविकता में नहीं। अतः रिलेशनशिप में कभी - कभी मुश्किलें भी आती हैं जिनका हमको आगे चलकर सामना करना पड़ता है।
2. परफेक्ट रिलेशनशिप कभी एक्सिस्ट नहीं करता, उसे बनाना पड़ता है
रिलेशनशिप आसान नहीं होता है या हो भी सकते हैं लेकिन वे आसानी से टिकते नहीं हैं। सही रिलेशन चांदी की थाली में नहीं परोसे जाते हैं, बल्कि उन्हें प्रयास, प्यार और देखभाल से बनाया जाता है। हम अक्सर यह समझने में गलती कर देते हैं की हमारा रिलेशनशिप बिना किसी प्रयास के काम करेगा। नतीजतन, हम अपने पार्टनर को हल्के में ले लेते हैं। जिसके कारण एक रिश्ते में प्यार और केयर कम होने लगता है।
3. प्यार के लिए सब कुछ नहीं किया जाता
हम सभी ने सुना है 'प्यार और जंग में सब जायज है' लेकिन क्या ऐसा है? क्या प्यार के नाम पर कुछ भी और हर चीज को जायज ठहराया जा सकता है? यह विचार अत्यधिक प्रोब्लेमेटिक है। हम अक्सर उन चीजों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं जो हमें कभी नहीं नज़रअंदाज़ करनी चाहिए एक रिलेशनशिप में। प्यार के नाम पर गाली-गलौज, जुल्म या हिंसा को कोई जायज नहीं ठहरा सकता। बहुत से लोग प्यार के नाम पर मानसिक या शारीरिक या दोनों तरह से दुर्व्यवहार सहते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि वे अपने साथी के बिना जीवित नहीं रह सकते। लेकिन ऐसे रिश्ते में होना जहां आपका साथी आपके साथ सही व्यवहार नहीं करता है या आपका सम्मान नहीं करता है, यह वास्तव में प्यार नहीं है, है ना?
4. कभी - कभी यह प्यार नहीं होता
प्यार में पड़ना, रिश्ते में होना, एक-दूसरे को कमिट करना या डेटिंग करना- लोग इन सभी शब्दों का एक दूसरे के स्थान पर प्रयोग करते हैं। लेकिन ये सभी बहुत अलग शब्द हैं। जब हम छोटे थे तो हम हर दूसरे व्यक्ति के प्यार में पड़ जाते थे जो हमें अटेंशन देता था। कभी-कभी यह सिर्फ आकर्षण होता है जिसे हम प्यार समझ लेते हैं। कभी-कभी हम कैजुअल रिलेशनशिप को सीरियस ले लेते हैं, जहां सिर्फ एक ही व्यक्ति सीरियस होता है।
5. जल्दी मत करो अपना समय लो
कई बार जब हम पहली बार एक रिलेशन में आते हैं तो हम चीजों को जल्दी आगे बढ़ाते है। और कभी-कभी यह जल्दी सब कुछ नष्ट कर देती है। रिलेशनशिप में आने की जल्दबाजी कई कारणों से हो सकती है। उनमें से एक पार्टनर दबाव। कई बार लोगों को यह ख्याल आता है कि 'मेरे सभी दोस्त डेटिंग कर रहे हैं लेकिन मैं सिंगल हूं' 'मैं सिंगल हूं, वे मेरा मजाक उड़ाएंगे'। लेकिन किसी रिश्ते में जल्दबाजी करना सबसे स्मार्ट काम नहीं है। अपने पार्टनर, के स्वभाव, पसंद और नापसंद को समझने के लिए समय निकालना बेहतर है और प्यार से परे ऐसे गुण की ओर ध्यान देना जो लंबे समय के रिलेशनशिप की लिए अधिक मायने रखता हो।