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हम सभी ये जानते हैं कि पीरियड्स आने की एक तारीख फिक्स ही होती है लेकिन अक्सर हमारे पीरियड्स समय के साथ अपनी इस तारीख में बदलाव ले आते हैं और जो कि काफी नॉर्मल बात है। मगर क्या कभी आपका पीरियड समय से बहुत लेट हो जाता है। ये एक चिंता की बात है और इसके कई कारण होते हैं। तो आइए जानतें हैं लेट पीरियड्स के कारण क्या क्या होते हैं ?
महिलाएं अपनी हेल्थ और बाकी सभी चीजों के कारण जो स्ट्रेस लेती हैं उनकी वजह से उनके पीरियड्स पर काफी असर पड़ता है। जब एक महिला स्ट्रेस लेती है तो उसका पूरा शरीर और स्पेशली पीरियड्स काफी ज्यादा प्रभावित होते हैं।
स्ट्रेस के कारण शरीर में हार्मोनल संतुलन बिगड़ जाता है और यही कारण होता है पीरियड्स के लेट होने का।
जब आपका वजन अचानक से कम हो जाता है तो ये किसी ईटिंग डिसऑर्डर को दर्शाता है और ईटिंग डिसऑर्डर के कारण आपका पीरियड एफेक्ट होता है।
आपके नॉर्मल वजन से अगर 10 % वजन में गिरावट आई है तो इस कारण आपकी ओवुलेशन प्रक्रिया रुक सकती है और पीरियड्स आना बंद हो सकते हैं या लेट हो सकते हैं।
जैसे वजन कम होने के कारण periods के फ्लो और डेट में बदलाव आ सकता है बिल्कुल वैसे ही वजन के बढ़ जाने से या ओबेसिटी से शरीर में हुए हार्मोनल चेंज के कारण पीरियड्स लेट आना शुरू हो जाते हैं।
पीरियड्स का लेट होना आपके लिए काफी समस्या पैदा कर सकता है और साथ में इससे आपके शरीर का हार्मोनल बैलेंस भी खराब रहता है।
पीरियड्स के समय सभी को परेशानियां झेलनी ही पड़ती हैं पर कई महिलाएं जो पीसीओएस और pcod से परेशान होती हैं, उन्हें इनके लेट होने से और भी समस्या सहनी पड़ती है।
पीसीओएस भी पीरियड्स लेट आने का एक कारण हो सकते हैं।
बहुत सी महिलाएं बर्थ कंट्रोल पिल्स का सहारा लेती हैं जो कि उनके शरीर में हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ देते हैं और इसी कारण पीरियड्स लेट आना शुरू हो जाते हैं।
तो ये थे late periods के 5 मुख्य कारण ।
लेट पीरियड्स के 5 कारण
1. स्ट्रेस
महिलाएं अपनी हेल्थ और बाकी सभी चीजों के कारण जो स्ट्रेस लेती हैं उनकी वजह से उनके पीरियड्स पर काफी असर पड़ता है। जब एक महिला स्ट्रेस लेती है तो उसका पूरा शरीर और स्पेशली पीरियड्स काफी ज्यादा प्रभावित होते हैं।
स्ट्रेस के कारण शरीर में हार्मोनल संतुलन बिगड़ जाता है और यही कारण होता है पीरियड्स के लेट होने का।
2. वजन कम होना
जब आपका वजन अचानक से कम हो जाता है तो ये किसी ईटिंग डिसऑर्डर को दर्शाता है और ईटिंग डिसऑर्डर के कारण आपका पीरियड एफेक्ट होता है।
आपके नॉर्मल वजन से अगर 10 % वजन में गिरावट आई है तो इस कारण आपकी ओवुलेशन प्रक्रिया रुक सकती है और पीरियड्स आना बंद हो सकते हैं या लेट हो सकते हैं।
3. वजन बढ़ना
जैसे वजन कम होने के कारण periods के फ्लो और डेट में बदलाव आ सकता है बिल्कुल वैसे ही वजन के बढ़ जाने से या ओबेसिटी से शरीर में हुए हार्मोनल चेंज के कारण पीरियड्स लेट आना शुरू हो जाते हैं।
पीरियड्स का लेट होना आपके लिए काफी समस्या पैदा कर सकता है और साथ में इससे आपके शरीर का हार्मोनल बैलेंस भी खराब रहता है।
4. PCOS
पीरियड्स के समय सभी को परेशानियां झेलनी ही पड़ती हैं पर कई महिलाएं जो पीसीओएस और pcod से परेशान होती हैं, उन्हें इनके लेट होने से और भी समस्या सहनी पड़ती है।
पीसीओएस भी पीरियड्स लेट आने का एक कारण हो सकते हैं।
5. बर्थ कंट्रोल पिल्स
बहुत सी महिलाएं बर्थ कंट्रोल पिल्स का सहारा लेती हैं जो कि उनके शरीर में हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ देते हैं और इसी कारण पीरियड्स लेट आना शुरू हो जाते हैं।
तो ये थे late periods के 5 मुख्य कारण ।