Women Health: ऐसे मान्यताएँ जो महिला के स्वास्थ को करती हैं प्रभावित। भारत में अनेक तरह के रीती-रिवाज और मान्यताएँ हैं। कई बार ये मान्यताएँ अंध-विश्वास में तब्दील हो जाती हैं और ऐसे अंध -विश्वास से कई महिलाओं की जान पर भी जोखिम बन आती हैं। भारत में ऐसे सैकड़ो बाते जोकि कहीं न कहीं किसी महिला के स्वास्थ के सम्बंधित होती हैं कही और मानी जाती हैं और लोग इन बातों का विश्वास करने से पहले दोबार सोचते भी नहीं ऐसे ही कुछ बातें जोकि किसी महिला के स्वास्थ को प्रभावित करती है हमने इस ब्लॉग में लिखी हैं।
Women Health: ऐसे मान्यताएँ जो महिला के स्वास्थ को करती हैं प्रभावित
1. जल्दी शादी करवाना
बाल विवाह आज भी भारत में बड़ी समस्या हैं जिसका शिकार कई लडकियां होंती हैं। बाल विवाह के कारण वो अपनी पढाई भी पूरी नहीं कर पाती और अनेक स्वास्थ सम्बंदित बीमारियों से ग्रसित हो जाती हैं। बचपन में ही शादी हो जाने के कारण वो घरेलू हिंसा, जल्दी प्रेगनेंसी और बच्चें के जन्म के वक्त कई सारी दिक्कतों का सामना करती हैं।
2. लड़का और लड़की में भेद भाव
हमेशा से भारत में लड़को को ज्यादा महत्त्व दिया गया हैं। जिसके कारण लड़कियों को हमेशा बेहतर स्वास्थ, शिक्षा आदि नहीं मिल पाती। लड़ियों को बचपन से घर के काम और किचन में ढकेल दिया जाता हैं जिससे वो शारीरक और मानसिक पीड़ाओं से ग्रसित होती हैं।
3. घरेलू उपाय
भारत में जब एक महिला प्प्रेग्नेंट होती हैं तो अनेक घरेलू उपाय या सुझाव दिए जाते हैं कि, ये नहीं खाना चाहिए या वो खाना चाहिए और जो सुझाव दिए जाते हैं वो मुहं बोली बाते होती हैं। जिसके वजह से महिला का बच्चा और वो खुद कई समस्यायों से पीड़ित हो सकती हैं।
4. पीरियड्स टैबूज
भारत के कई सरे समुदायों में पीरियड्स को लेकर अलग- अलग परंपरा और भावनाएं हैं। कई जगह तो महिला को अछुता माना जाता हैं जिसके कारण उनको कई सारी चीज़े छूने और करना मना होता हैं। ये बाते कहीं न कहीं उन्हें मानसिक तौर पे इफ़ेक्ट करती हैं।
5. घरेलू हिंसा
भारत में कई सारे केसेज अक्सर घरेलू हिंसा के होते हैं। महिला का खुद का पति और उसके घर वाले उसपर कई अत्याचार करते हैं जिससे उसको मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ता हैं।