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एक महिला के लिए पीरियड्स एक आम बात है। ऐसे में उन्हें पीरियड्स के बारे में हर जानकारी अच्छे से पता होना जरूरी है। पीरियड्स जितने सिंपल होते हैं, उतने ही उससे जुड़े फैक्ट्स भी मौजूद हैं जिन्हें जानकर आप चौंक सकते हैं। तो आइए जानतें हैं 5 पीरियड्स फैक्ट्स जो आपके लिए जानने ज़रूरी हैं।
शायद आपको ये मालूम न हो पर ये सच है कि सर्दियों के दौरान आपके पीरियड्स नॉर्मल समय के मुकाबले ज्यादा हेवी और लंबे समय तक चल हैं।
यही पैटर्न उन महिलाओं पर निर्भर करता है जो ठंडे इलाकों में ज्यादा रहते हैं और इसके कारण महिलाओं को ज्यादा लंबे समय तक पीरियड्स को सहना पड़ता है।
क्या आप ये जानतें हैं कि एक महिला अपनी जिन्दगी के औसतन 10 साल पीरियड्स पर गुजारती है। हालांकि ये हर महिला के हिसाब से अलग अलग हो सकता है क्योंकि कुछ महिलाएं थोड़ी देर से मेंस्ट्रुएट करना शुरू करती हैं, कुछ के प्रेगनेंसी नंबर और मेनोपॉज की टाइमिंग भी उनके पीरियड्स की इस एवरेज टाइमिंग पर असर डालती हैं।
पीरियड्स के दौरान पैड्स और टैंपोंस का इस्तेमाल महिलाओं को कई बार एनवायरमेंट के बारे में चिंता करने पर मजबूर सकता है। लेकिन इसका एक आसान हल है और वो है प्रोडक्ट्स की रिप्लेसमेंट।
आप अपने पीरियड प्रोडक्ट्स को बदल कर नेचर फ्रेंडली प्रोडक्ट्स जैसे मेंट्रुअल कप, रियूजेबल पेंटीज इत्यादि इस्तेमाल कर सकती हैं।
कई बार हमें महसूस होता है कि हमारा पीरियड हैवी फ्लो पर है और ये हमें हमारी सेहत की ओर चिंता करने पर मजबूर कर देता है। लेकिन ये चिंता बेफिजूल है।
आपके शरीर से पीरियड्स के दौरान सिर्फ 3-4 टेबल स्पून खून ही बहता है। अगर आपको लगता है कि आप के शरीर से पीरियड के दौरान ज्यादा ब्लड फ्लो हो रहा है तो डॉक्टर को दिखाएं।
कई रिसर्च के मुताबिक, पीरियड्स के समय महिलाओं की साउंड इंटेंसिटी और स्मेल में काफी बदलाव आता है।
तो ये थे 5 पीरियड्स फैक्ट्स जो आपको जरूर जानने चाहिए।
5 पीरियड्स फैक्ट्स
1. पीरियड्स पर सर्दी का प्रभाव
शायद आपको ये मालूम न हो पर ये सच है कि सर्दियों के दौरान आपके पीरियड्स नॉर्मल समय के मुकाबले ज्यादा हेवी और लंबे समय तक चल हैं।
यही पैटर्न उन महिलाओं पर निर्भर करता है जो ठंडे इलाकों में ज्यादा रहते हैं और इसके कारण महिलाओं को ज्यादा लंबे समय तक पीरियड्स को सहना पड़ता है।
2. जिंदगी के 10 साल पीरियड्स के नाम
क्या आप ये जानतें हैं कि एक महिला अपनी जिन्दगी के औसतन 10 साल पीरियड्स पर गुजारती है। हालांकि ये हर महिला के हिसाब से अलग अलग हो सकता है क्योंकि कुछ महिलाएं थोड़ी देर से मेंस्ट्रुएट करना शुरू करती हैं, कुछ के प्रेगनेंसी नंबर और मेनोपॉज की टाइमिंग भी उनके पीरियड्स की इस एवरेज टाइमिंग पर असर डालती हैं।
3. आप इको फ्रेंडली प्रोडक्ट्स का आसानी से इस्तेमाल कर सकती हैं
पीरियड्स के दौरान पैड्स और टैंपोंस का इस्तेमाल महिलाओं को कई बार एनवायरमेंट के बारे में चिंता करने पर मजबूर सकता है। लेकिन इसका एक आसान हल है और वो है प्रोडक्ट्स की रिप्लेसमेंट।
आप अपने पीरियड प्रोडक्ट्स को बदल कर नेचर फ्रेंडली प्रोडक्ट्स जैसे मेंट्रुअल कप, रियूजेबल पेंटीज इत्यादि इस्तेमाल कर सकती हैं।
4. हैवी फ्लो के दौरान कम ब्लड बहता है
कई बार हमें महसूस होता है कि हमारा पीरियड हैवी फ्लो पर है और ये हमें हमारी सेहत की ओर चिंता करने पर मजबूर कर देता है। लेकिन ये चिंता बेफिजूल है।
आपके शरीर से पीरियड्स के दौरान सिर्फ 3-4 टेबल स्पून खून ही बहता है। अगर आपको लगता है कि आप के शरीर से पीरियड के दौरान ज्यादा ब्लड फ्लो हो रहा है तो डॉक्टर को दिखाएं।
5. पीरियड्स के समय आपकी स्मेल और साउंड में बदलाव आता है
कई रिसर्च के मुताबिक, पीरियड्स के समय महिलाओं की साउंड इंटेंसिटी और स्मेल में काफी बदलाव आता है।
तो ये थे 5 पीरियड्स फैक्ट्स जो आपको जरूर जानने चाहिए।