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Pregnancy Rights : जानिए प्रेग्नेंट महिलाओं के 5 अधिकार

tips for pregnancy

Pregnancy Rights: पूरी दुनिया में हर महिला के लिए मातृत्व सबसे आनंददायक एहसास है। लेकिन, आंकड़ों के मुताबिक, हर साल बड़ी संख्या में बच्चे पैदा करने वाली महिलाओं की मौत दर्ज की जाती है। बहुत से ऐसे कैसे साफ सभी ने सुने होंगे जिसमें प्रेग्नेंट महिला को बहुत प्रताड़ित किया जाता है उन्हें परेशान किया जाता है।

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लेकिन हम आपको बता दें सरकार ने बहुत सारे ऐसे अधिकार मत प्रेग्नेंट महिला को दे रखे हैं जिसके चलते कि कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रेग्नेंट महिला को प्रताड़ित या परेशान नहीं कर सकता है आइए आज के इस ब्लॉग में हम जानते हैं भारत में प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए क्या-क्या राइट्स है।

Five rights for pregnant women

1. मैटरनिटी बेनिफिट्स

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निजी क्षेत्र की कामकाजी महिलाएं गर्भावस्था के मामले में पूरी तरह से भुगतान किए गए 12 सप्ताह की छुट्टी लेने की हकदार हैं। पेड लीव की अवधि भी जल्द ही 26 सप्ताह तक बढ़ाई जा सकती है। साथ ही सरकारी क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं को 6 माह का मातृत्व अवकाश मिलता है।

2. टीकाकरण के लिए नकद भुगतान

कुछ जिलों में महिलाओं को नियमित जांच, अस्पताल में बच्चे की डिलीवरी, और बच्चों के टीकाकरण के लिए 6000 रुपये नकद प्राप्त करने की हकदार हैं। सरकार अब इस योजना को पूरे देश में शुरू करने की योजना बना रही है।

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3. निःशुल्क परिवहन सेवा उपलब्ध

इससे भी बेहतर बात यह है कि अस्पताल में ठहरने की अवधि के लिए भोजन के साथ-साथ अस्पताल और वापस जाने के लिए मुफ्त परिवहन सेवा उपलब्ध है।

4. गर्भवती होने के कारण नौकरी से नहीं निकाला जा सकता

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मातृत्व लाभ अधिनियम के तहत गर्भावस्था के कारण नौकरी से निकाल दिया जाना अवैध है। किसी भी खामी को दूर करने और महिला कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, सरकार जल्द ही किसी भी बहाने से किसी भी महिला को गर्भावस्था के दौरान बर्खास्त करने पर रोक लगाने वाले प्रावधान को लागू कर सकती है।

5. 1 महीने तक न्यूबॉर्न को फ्री ट्रीटमेंट

जननी-शिशु सुरक्षा कार्यक्रम योजना के अनुसार मुफ्त इलाज, मुफ्त दवाएं और उपभोग्य वस्तुएं, नि: शुल्क निदान, रक्त का निःशुल्क प्रावधान, उपयोगकर्ता शुल्क से छूट और मुफ्त परिवहन।

#Pregnancy Rights
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