आजकल हर काम के लिए टेक्नोलॉजी का इतना प्रयोग होने लगा है कि बच्चों को स्मार्टफोन से दूर रखना पेरेंट्स के लिए एक मुश्किल काम बन गया है। पढ़ाई से लेकर खेल तक सभी चीजें ऑनलाइन होने लगी है। छोटे-छोटे बच्चे बिना स्मार्टफोन के कोई काम ही नहीं करना चाहते हैं।
हर वक्त स्मार्टफोन के इस्तेमाल से आपके बच्चों को इसका एडिक्शन हो सकता है। आपको बता दें कि अधिक समय तक स्क्रीन के सामने रहने से बच्चों की सेहत और विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह उनकी ग्रोथ को रोकता है और उन्हें शारीरिक गतिविधियों में भाग लेने से बचाता है।
स्मार्टफोन के एडिक्शन से बच्चों की मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। स्ट्रेस, डिप्रेशन, गुस्सा, सोशल इंटरेक्शन में दिक्कत, आदि इसके लक्षण हो सकते हैं। अगर आपको ऐसे कोई भी लक्षण अपने बच्चे में नजर आते हैं तो इसे नजरअंदाज ना करें और उनके एडिक्शन को दूर करने के लिए अपनाएं यह तरीके।
1. उन्हें स्मार्टफोन के नुकसान से परिचित कराएं
बच्चे नादान होते हैं और केवल अपनी रुचि और इच्छाओं के बारे में ही सोचते हैं। उन्हें चीजों के फायदे या नुकसान जल्दी समझ नहीं आते हैं। बच्चों के स्माटफोन एडिक्शन को दूर करने के लिए उनका फोन छीन लेना आपको एक आसान रास्ता लग सकता है मगर यह बच्चों में क्रोध की भावना पैदा कर सकता है। इसलिए स्मार्टफोन लेने से पहले उन्हें इसके अधिक प्रयोग से होने वाले नुकसान के बारे में बताएं।
2. स्क्रीन यूज करने की सीमा तय करे
आजकल स्मार्टफोन में बच्चों को इसके एडिक्शन से बचाने के लिए एक नया फीचर भी आ गया है। इसकी मदद से आप अपने बच्चे के लिए एक समय सीमा निर्धारित कर सकते हैं जिसमें वह फोन यूज कर सकता है। इसके अलावा वह फोन का इस्तेमाल नहीं कर पाएगा। आप उसकी जरूरतों के अनुसार समय सीमा को निर्धारित करें।
3. रात के वक्त फोन को रखें दूर
इस बात का ध्यान रहे कि रात को सोते वक्त आपके बच्चे के बेडरूम में उसका फोन नहीं होना चाहिए। केवल सोते समय ही नहीं बल्कि खाना खाते समय, पढ़ाई करते समय या किसी और शारीरिक गतिविधि के समय उसे स्मार्टफोन का इस्तेमाल ना करने दें। आपको अपने बच्चे की गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए।
आपको पता होना चाहिए कि वह अपने फोन का इस्तेमाल पढ़ाई या जरूरी काम के लिए कर रहा है या फिर अपने मनोरंजन के लिए।
4. बाहर जाकर खेलने के लिए करे प्रोत्साहित
आपको अपने बच्चों को बाहर जाकर भौतिक गतिविधियां करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। आप उन्हें शारीरिक खेल जैसे फुटबॉल, दौड़, चिड़ी छक्का, आदि में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित करें। बच्चे शारीरिक गतिविधियों में जितने ज्यादा उलझे रहेंगे उनका ध्यान स्मार्टफोन पर उतना कम जाएगा। बच्चों को केवल उनकी पढ़ाई से संबंधित जरूरतों के लिए ही फोन का इस्तेमाल करने दें।
5. उनके लिए रोल मॉडल बने
कोई भी बच्चा वैसा ही करता है जैसा उसका रोल मॉडल करता है। अधिकतर बच्चों के लिए उनके रोल मॉडल उनके माता-पिता होते हैं। इसलिए आपको भी अपने बच्चों को यह सबसे खाने से पहले खुद इन बातों का ध्यान रखना चाहिए और इन नियमों का पालन करना चाहिए। आपके बच्चे भी आपको देखकर ही यह सब सीखेंगे।