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रेस्पिरेटरी फंक्शन्स के अलावा भी कोविड के कारण हमारे और भी ऑर्गन्स पर नेगेटिव प्रभाव पड़ सकता है। डॉक्टर्स बताते हैं की सलाइवा के थ्रू कोविड हमारे लंग्स में जा सकता है। इस कारण आपके ब्लडस्ट्रीम में डायरेक्ट वायरस घुस सकता है विशेष कर तब जब आपको कोई गम डिजीज है। हमारी ओरल कैविटी हमारे रेस्पिरेटरी पैथोजन्स के लिए एक स्पेशल रिजर्वायर है और इसलिए कोविड इन्फेक्शन से बचने के लिए अपने डेंटल हाइजीन को अच्छे से मेन्टेन करके अच्छे से रखना ज़रूरी है। जानिए कोविड में डेंटल हाइजीन को मैनेज करने के ये 5 टिप्स:
कोविड में मास्क पहनने से आपको डिहाइड्रेशन हो सकता है जो आपके मुँह का डॉयनेस बढ़ा सकता है। ऐसे सिचुएशन में आपकी माउथ ब्रीथिंग की टेन्डेन्सी बढ़ सकती है। आपको पानी के आभाव में बैड ब्रेथ भी हो सकता है। इसलिए किसी भी चीज़ का वेट ना करें और जब मौका मिलें पानी पी लें। इसके साथ ये भी कोशिश करें की आप नाक से सांस लें।
अपने खाने में फल और हरी सब्ज़ी को जितना हो सके उतना ऐड करें। दिन में एक से ज़्यादा बार ब्राइट कलर के फल और पत्तेदार सब्ज़ियों का सेवन ज़रूर करें। ये सब आपको ज़रूरत के नुट्रिएंट्स और मिनरल्स प्रोवाइड करेंगे जिससे आपके ओरल टिशुस को बहुत फायदा मिलेगा।
होम एनवायरनमेंट में ज़रूरत से ज़्यादा स्नैकिंग और अल्कोहल के सेवन से अब कई लोगों के मुँह में दीमिनरलाइज़्ड सर्फेस मिल रहा है। इसलिए अपने स्नैकिंग विकल्प पर एक बार फिर ध्यान दें। चिप्स या कैंडीज की जगह आप गाजर के सेवन कर सकते हैं। ज़्यादा एसिडिक डाइट खाने से भी आपकी टूथ सेंसिटिविटी बढ़ सकती है जो आपके लिए अच्छा संकेत नहीं है।
हमेशा फ़्लोरिनेटेड टूथपेस्ट को ही यूज़ करें। अपने 2 मिनट प्रॉपर ब्रशिंग को ज़रूर दें। इसके बाद कोशिश करें की आप इंटरडेंटल फ्लॉस से कम से कम 1 मिनट के लिए अपने माउथ को रिंस करें। अपने टंग और पैलेट को भी रिंस करना ना भूलें। वार्म सलाइन रिंस से आप अपने गुमस का भी मसाज कर सकते हैं।
ज़रूरत से ज़्यादा ब्रशिंग या टंग स्क्रेपर को यूज़ करना भी गलत है। इससे आपके मुँह का गुड बैक्टीरिया भी डिप्लीट हो जाता है। ओरल प्रोबियोटिक्स की मदद से आप अपने ओरल कैविटी को रीपॉप्युलेट कर सकते हैं जिससे आपके गुड बैक्टीरिया का अमाउंट आपकी नींद में बढ़ सकता है जबकि आपका सलाईवरी फ्लो सबसे कम होता है।
1. ज़्यादा पानी पीजिएं
कोविड में मास्क पहनने से आपको डिहाइड्रेशन हो सकता है जो आपके मुँह का डॉयनेस बढ़ा सकता है। ऐसे सिचुएशन में आपकी माउथ ब्रीथिंग की टेन्डेन्सी बढ़ सकती है। आपको पानी के आभाव में बैड ब्रेथ भी हो सकता है। इसलिए किसी भी चीज़ का वेट ना करें और जब मौका मिलें पानी पी लें। इसके साथ ये भी कोशिश करें की आप नाक से सांस लें।
2. एंटीऑक्सीडेंट इन्टेक बढ़ाएं
अपने खाने में फल और हरी सब्ज़ी को जितना हो सके उतना ऐड करें। दिन में एक से ज़्यादा बार ब्राइट कलर के फल और पत्तेदार सब्ज़ियों का सेवन ज़रूर करें। ये सब आपको ज़रूरत के नुट्रिएंट्स और मिनरल्स प्रोवाइड करेंगे जिससे आपके ओरल टिशुस को बहुत फायदा मिलेगा।
3. अपने फ़ूड चोइसस पर ध्यान दें
होम एनवायरनमेंट में ज़रूरत से ज़्यादा स्नैकिंग और अल्कोहल के सेवन से अब कई लोगों के मुँह में दीमिनरलाइज़्ड सर्फेस मिल रहा है। इसलिए अपने स्नैकिंग विकल्प पर एक बार फिर ध्यान दें। चिप्स या कैंडीज की जगह आप गाजर के सेवन कर सकते हैं। ज़्यादा एसिडिक डाइट खाने से भी आपकी टूथ सेंसिटिविटी बढ़ सकती है जो आपके लिए अच्छा संकेत नहीं है।
4. 3 मिनट की ओरल हाइजीन
हमेशा फ़्लोरिनेटेड टूथपेस्ट को ही यूज़ करें। अपने 2 मिनट प्रॉपर ब्रशिंग को ज़रूर दें। इसके बाद कोशिश करें की आप इंटरडेंटल फ्लॉस से कम से कम 1 मिनट के लिए अपने माउथ को रिंस करें। अपने टंग और पैलेट को भी रिंस करना ना भूलें। वार्म सलाइन रिंस से आप अपने गुमस का भी मसाज कर सकते हैं।
5. ज़्यादा इंडल्ज ना करें
ज़रूरत से ज़्यादा ब्रशिंग या टंग स्क्रेपर को यूज़ करना भी गलत है। इससे आपके मुँह का गुड बैक्टीरिया भी डिप्लीट हो जाता है। ओरल प्रोबियोटिक्स की मदद से आप अपने ओरल कैविटी को रीपॉप्युलेट कर सकते हैं जिससे आपके गुड बैक्टीरिया का अमाउंट आपकी नींद में बढ़ सकता है जबकि आपका सलाईवरी फ्लो सबसे कम होता है।