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इस बात को कोई नहीं काट सकता कि फिल्मों में मां की ममता को भरपूर दर्शाया गया है, साथ ही साथ ऐसी भी फिल्में हैं जो पिता और बच्चे के रिश्ते को दिखाता है। फादर्स डे के मौके पर हम उन फिल्मों की बात करने जा रहे हैं।
हम हमेशा मां के ममता को अलग अलग रूप में सेलिब्रेट करते आए हैं, लेकिन हम कई बार अपने जीवन के साइलेंट हीरोज को सराहना भूल जाते हैं, हमारे पिता।
हॉस्पिटल के कॉरिडोर में दौर भाग करने से लेकर आधी रात को मेडिकल स्टोर जाने तक, हमारे पिता सब कुछ करते हैं। मज़बूती और स्ट्रिक्ट होने के पर्दे के पीछे एक कमजोर सा प्रोटेक्टिव दिल होता है जो कुछ कहता नहीं पर अपने बच्चों के लिए कुछ भी कर सकता है।
16 जून को हम फादर्स डे मना रहे हैं उन 8 फिल्मों के बारे में बता कर जो यह दिखाता है कि पिता के प्यार जैसा और कुछ नहीं।
फादर ऑफ द ब्राइड
फादर ऑफ द ब्राइड एक कॉमेडी फिल्म है जो एक पिता और बेटी के रिश्ते की झलक दिखाता है। बेटी जब एक हाल ही में मिले हुए लड़के से शादी करना चाहती है, तब यह उसके पिता के लिए चिंता का विषय बन जाता है। यह एक बहुत ही हंसाने वाला पिक्चर है जो एक ओवर प्रोटेक्टिव पिता के अपने बेटी के शादी को रोकने की कहानी दिखाता है।
पिकू
अमिताभ बच्चन और दीपिका पादुकोण की यह फिल्म एक इंपर्फेक्ट बाप-बेटी की कहानी है जो एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं। वो लड़ते हैं, झगड़ते हैं, बहस करते हैं लेकिन फिर भी एक दूसरे का ख्याल रखते हैं जो छोटी छोटी चीजों में नज़र आता है।
चाची 420
कमल हासन हमें इस फिल्म के कई सीन में काफी रुलाते हैं जब हम देखते हैं कि कैसे एक बाप अपने बेटी के साथ समय बिताने के लिए इतनी कोशिशें करता है। औरत के भेष में आने से लेकर पकड़े जाने से बाल बाल बचने तक, यह फिल्म पिता और बेटी के प्यार को बखूबी दर्शाता है।
ब्यूटीफुल बॉय
टिमोथी शालमेय और स्टीव मार्टिन की फिल्म रूह को हिला देने वाली है जिसमें एक पिता अपने बेटे को बचाने की बहुत कोशिश करता है जबकि उसे पता नहीं होता कि कैसे। स्टीव मार्टिन इस सच्ची कहानी के साथ पूरा न्याय करते हैं और हर उस पिता के लिए आदर्श हैं जो अपने बच्चे के साथ रिश्ता जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
संजू
संजय दत्त के जीवन पर आधारित फिल्म 'संजू' उनके जीवन के शुरुआती स्ट्रगल को दिखाता है जब उनका नशे की आदत और क्रिमिनल चार्जेज से वास्ता था। जब सोसायटी संजय जैसे इंसान से किनारा कर लेती, सुनील दत्त जिनका किरदार परेश रावल ने निभाया है, सभी उम्मीदों को छोड़ कर अपने बेटे को सपोर्ट करना चुनते हैं।
इंटर्सटेलर
लेजेंडरी क्रिस्टोफर नोलान के डायरेक्शन में बनी यह ब्लॉकबस्टर हिट मूवी दिमाग हिला देने वाले ट्विस्ट के लिए जानी जाती है। लेकिन जो चीज हमें छू जाती है वो है इसमें दिखाए गए पिता और बेटी की जोड़ी और उन दोनों का साथ। फिल्म के दौरान हम दोनों के बीच के भरोसे और कोऑर्डिनेशन देख कर दंग रह जाते हैं। बेटी का अपने पिता के ऊपर विश्वास और उन्हें समझना हमें हिला कर रख देता है।
दंगल
इस फिल्म ने हमें कुछ अद्भुत डायलॉग्स दिए हैं जैसे कि "हमारी छोरियां छोरों से कम हैं क्या!" आमिर खान ने महावीर सिंह फोगट की भूमिका निभाई है जो कि पूर्व रेसलर थे और उनकी दो बेटियां हैं गीता फोगट और बबीता फोगट। वो अपनी बेटियों को सफल रेसलर्स बनाने के लिए डिटरमाइंड थे सोसायटी के रोकने के बाद भी।
102 नॉट आऊट
ऋषि कपूर और अमिताभ बच्चन की यह फिल्म पिता और बेटे के दुनिया के लिए अलग विचार की कहानी है। जहां ऋषि कपूर निराशावादी बेटे का किरदार निभाते हैं जो अपने पिता के साथ बिगड़े रिश्ते के लिए रोता रहता है, वहीं अमिताभ बच्चन एक ज़िंदादिल पिता का किरदार निभाते हैं जो अपने बेटे को खुल कर जीवन जीना सिखाता है।
हम हमेशा मां के ममता को अलग अलग रूप में सेलिब्रेट करते आए हैं, लेकिन हम कई बार अपने जीवन के साइलेंट हीरोज को सराहना भूल जाते हैं, हमारे पिता।
हॉस्पिटल के कॉरिडोर में दौर भाग करने से लेकर आधी रात को मेडिकल स्टोर जाने तक, हमारे पिता सब कुछ करते हैं। मज़बूती और स्ट्रिक्ट होने के पर्दे के पीछे एक कमजोर सा प्रोटेक्टिव दिल होता है जो कुछ कहता नहीं पर अपने बच्चों के लिए कुछ भी कर सकता है।
16 जून को हम फादर्स डे मना रहे हैं उन 8 फिल्मों के बारे में बता कर जो यह दिखाता है कि पिता के प्यार जैसा और कुछ नहीं।
फादर ऑफ द ब्राइड
फादर ऑफ द ब्राइड एक कॉमेडी फिल्म है जो एक पिता और बेटी के रिश्ते की झलक दिखाता है। बेटी जब एक हाल ही में मिले हुए लड़के से शादी करना चाहती है, तब यह उसके पिता के लिए चिंता का विषय बन जाता है। यह एक बहुत ही हंसाने वाला पिक्चर है जो एक ओवर प्रोटेक्टिव पिता के अपने बेटी के शादी को रोकने की कहानी दिखाता है।
पिकू
अमिताभ बच्चन और दीपिका पादुकोण की यह फिल्म एक इंपर्फेक्ट बाप-बेटी की कहानी है जो एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं। वो लड़ते हैं, झगड़ते हैं, बहस करते हैं लेकिन फिर भी एक दूसरे का ख्याल रखते हैं जो छोटी छोटी चीजों में नज़र आता है।
चाची 420
कमल हासन हमें इस फिल्म के कई सीन में काफी रुलाते हैं जब हम देखते हैं कि कैसे एक बाप अपने बेटी के साथ समय बिताने के लिए इतनी कोशिशें करता है। औरत के भेष में आने से लेकर पकड़े जाने से बाल बाल बचने तक, यह फिल्म पिता और बेटी के प्यार को बखूबी दर्शाता है।
ब्यूटीफुल बॉय
टिमोथी शालमेय और स्टीव मार्टिन की फिल्म रूह को हिला देने वाली है जिसमें एक पिता अपने बेटे को बचाने की बहुत कोशिश करता है जबकि उसे पता नहीं होता कि कैसे। स्टीव मार्टिन इस सच्ची कहानी के साथ पूरा न्याय करते हैं और हर उस पिता के लिए आदर्श हैं जो अपने बच्चे के साथ रिश्ता जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
संजू
संजय दत्त के जीवन पर आधारित फिल्म 'संजू' उनके जीवन के शुरुआती स्ट्रगल को दिखाता है जब उनका नशे की आदत और क्रिमिनल चार्जेज से वास्ता था। जब सोसायटी संजय जैसे इंसान से किनारा कर लेती, सुनील दत्त जिनका किरदार परेश रावल ने निभाया है, सभी उम्मीदों को छोड़ कर अपने बेटे को सपोर्ट करना चुनते हैं।
इंटर्सटेलर
लेजेंडरी क्रिस्टोफर नोलान के डायरेक्शन में बनी यह ब्लॉकबस्टर हिट मूवी दिमाग हिला देने वाले ट्विस्ट के लिए जानी जाती है। लेकिन जो चीज हमें छू जाती है वो है इसमें दिखाए गए पिता और बेटी की जोड़ी और उन दोनों का साथ। फिल्म के दौरान हम दोनों के बीच के भरोसे और कोऑर्डिनेशन देख कर दंग रह जाते हैं। बेटी का अपने पिता के ऊपर विश्वास और उन्हें समझना हमें हिला कर रख देता है।
दंगल
इस फिल्म ने हमें कुछ अद्भुत डायलॉग्स दिए हैं जैसे कि "हमारी छोरियां छोरों से कम हैं क्या!" आमिर खान ने महावीर सिंह फोगट की भूमिका निभाई है जो कि पूर्व रेसलर थे और उनकी दो बेटियां हैं गीता फोगट और बबीता फोगट। वो अपनी बेटियों को सफल रेसलर्स बनाने के लिए डिटरमाइंड थे सोसायटी के रोकने के बाद भी।
102 नॉट आऊट
ऋषि कपूर और अमिताभ बच्चन की यह फिल्म पिता और बेटे के दुनिया के लिए अलग विचार की कहानी है। जहां ऋषि कपूर निराशावादी बेटे का किरदार निभाते हैं जो अपने पिता के साथ बिगड़े रिश्ते के लिए रोता रहता है, वहीं अमिताभ बच्चन एक ज़िंदादिल पिता का किरदार निभाते हैं जो अपने बेटे को खुल कर जीवन जीना सिखाता है।