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बच्चों में नींद कि समस्या - आज के समय में नींद की समस्या सिर्फ बड़ों को ही नहीं बल्कि कई बच्चों को भी होती है। आजकल के बच्चे भी कई तरह के तनाव से गुजर रहें होते हैं जैसे कि घर, पढ़ाई का या इत्यादि। जिसका सही समय पर समाधान निकालना जरूरी है। नींद नहीं आने के वजह से बच्चों को शरीर से जुड़ी कई तरह की समस्याओं से गुजरना पड़ सकता है। इसीलिए जरूरी है कि इसका सही समय पर कारण जानकर इसका इलाज किया जाएं। जानिए बच्चों को नींद नहीं आने के पांच कारण।
आजकल के बच्चे फोन में या टीवी में डूबे रहते हैं। जिससे उनके दिमाग पर असर पड़ता है और नींद आने में भी समस्या होती है। इसके अलावा घर के मोहल या स्कूल, पढ़ाई को लेकर बच्चें तनाव से गुजर रहें होते हैं। जिसके कारण भी नींद आने में समस्या हो सकती है।
बढ़ती बीमारियों के कारण आजकल ऐसी कई शारीरिक समस्या है जिसके कारण बच्चों को सोने में दिक्कत होती है। जैसे कि सोते समय सांस रुक जाना, मुंह खोलकर सोना है और जोर से खर्राटे लेना। अगर आप भी अपने बच्चे में ऐसी कोई लक्षण देख रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।
ज्यादातर रेस्टलेस लेग सिंड्रोम बड़ों को होती है, लेकिन आज के वक्त में बच्चे भी इस परेशानी से गुजर रहे हैं। अगर आपका बच्चा भी सोते समय रिलीफ पाने के लिए पोजीशन चेंज करता है या सोते समय पैर हिलाता हैं। तो हो सकता है कि वह रेस्टलेस लेग सिंड्रोम से गुजर रहा हैं। इसीलिए जरूरी है कि आप डॉक्टर से एक बार इस बारे में बात करें।
कई बार बच्चे सोते समय अचानक से उठ जाते हैं या चलाने लगते हैं तो यह डरावने सपनों के कारण होता है। अगर कभी कबार होता है तो चिंता की बात
1. लाइफ़स्टाइल
आजकल के बच्चे फोन में या टीवी में डूबे रहते हैं। जिससे उनके दिमाग पर असर पड़ता है और नींद आने में भी समस्या होती है। इसके अलावा घर के मोहल या स्कूल, पढ़ाई को लेकर बच्चें तनाव से गुजर रहें होते हैं। जिसके कारण भी नींद आने में समस्या हो सकती है।
2. शारीरिक कारण
बढ़ती बीमारियों के कारण आजकल ऐसी कई शारीरिक समस्या है जिसके कारण बच्चों को सोने में दिक्कत होती है। जैसे कि सोते समय सांस रुक जाना, मुंह खोलकर सोना है और जोर से खर्राटे लेना। अगर आप भी अपने बच्चे में ऐसी कोई लक्षण देख रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।
3. रेस्टलेस लेग सिंड्रोम
ज्यादातर रेस्टलेस लेग सिंड्रोम बड़ों को होती है, लेकिन आज के वक्त में बच्चे भी इस परेशानी से गुजर रहे हैं। अगर आपका बच्चा भी सोते समय रिलीफ पाने के लिए पोजीशन चेंज करता है या सोते समय पैर हिलाता हैं। तो हो सकता है कि वह रेस्टलेस लेग सिंड्रोम से गुजर रहा हैं। इसीलिए जरूरी है कि आप डॉक्टर से एक बार इस बारे में बात करें।
4. डरावने सपने आना
कई बार बच्चे सोते समय अचानक से उठ जाते हैं या चलाने लगते हैं तो यह डरावने सपनों के कारण होता है। अगर कभी कबार होता है तो चिंता की बात