New Born Baby: सर्दियों का मौसम चल रहा है ऐसे में ठंड लगने और बीमार पड़ने के चांस भी भर जाते हैं। यह चांसेस केवल बड़े लोगों की ही नहीं बल्कि छोटे बच्चों के भी बढ़ जाते हैं। और यदि छोटे बच्चों के जुखाम बुखार हो जाए तो उसे ठीक करना तो उससे भी मुश्किल काम है। ऐसे में एक प्रश्न जो बहुत वाजिब है वह यह है कि सर्दियों के दौरान छोटे शिशु को कैसे नहलाएं और किन बातों का ध्यान रखें? आइए जानते हैं इस ब्लॉग में
नन्हे शिशु को नहलाने से पहले जान ले इन बातों को
1.कमरे का तापमान
यह ऐसी जरूरी बात है जिस पर ज्यादातर पेरेंट्स का ध्यान नहीं जाता। सर्दी के मौसम में कमरे का तापमान हमेशा 25-30 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच होना चाहिए। इस बात का ध्यान रखना भी जरूरी है कि तापमान में स्थिरता बनी रहे। उसे थोड़ी देर के लिए धूप में लेकर बैठें क्योंकि सूरज की रोशनी से मिलने वाला Vitamin D शिशु की हड्डियों के विकास में सहायक होता है।
2.मालिश हो सही
अब तक किए गए रिसर्च से यह साबित हो चुका है कि मालिश शिशु की मांसपेशियों और हड्डियों के विकास में मददगार साबित होता है। सरसों के तेल भी बुरा नहीं होता, लेकिन इसकी कड़वाहट की वजह से शिशु की आंखों में जलन होती है। मालिश के बाद शिशु को बंद कमरे में हल्के गुनगुने पानी से नहलाएं और उसे ज्यादा देर तक बिना कपड़ों के खुला न छोड़ें। इससे उसे सर्दी लग सकती है।
3. कैसे करें कपड़े का चुनाव
हमेशा ध्यान रखें कि ऊनी कपड़े सीधे बच्चे की स्किन से टच नहों, इससे उसे एलर्जी हो सकती हैं। त्वचा को रूखेपन से बचाने के लिए नहलाने के बाद उसे बेबी मॉयस्चराइजर लगाएं। फिर सूती कपड़े पहनने के बाद उसके ऊपर से स्वेटर पहनाएं। रात को सोते समय ब्चेच को अपने कंबल या रजाई में न लिटाएं। यह सुरक्षित नहीं होता। बेहतर यही होगा कि अपने बेड पर छोटा गद्दा बिछाकर उसके सोने के लिए अलग एरिया तैयार करें। उसे छोटे मुलायम कंबल में लपेट कर रखें।
4. गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें
शिशु को नहलाने के लिए बहुत ज्यादा गर्म पानी के इस्तेमाल से बचना चाहिए। जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि तेज गर्म पानी से शिशु की त्वचा को नुकसान हो सकता है और नहाने के बाद शरीर का तापमान कम होने के कारण शिशु को ज्यादा ठंड लग सकती है।