कॉलेजन हमारे शरीर में मौजूद एक तरह का प्रोटीन होता है। यह प्रोटीन हमारे शरीर में अपने आप बनता है। ऐसे कई फूड भी है जिनमें कॉलेजन पाया जाता है। यह हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद पोषक तत्व है। यह हमारे बालों, नाखूनों, हड्डियों, स्किन, आदि सभी बॉडी पार्ट के लिए फायदेमंद होता है।
इसके सबसे ज्यादा फायदा हमारे स्किन के लिए होते हैं। यह हमारी स्किन की इलास्टिसिटी और चमक को बनाए रखता है। जैसे जैसे हमारी उम्र बढ़ती जाती है कॉलेजन की मात्रा शरीर में घटती जाती है। इसके कारण हमारे चेहरे पर झुर्रियां पड़ने लगती हैं और हमारी स्किन अपना ग्लो खो देती है। यह कई तरह से हमारी स्किन के लिए फायदेमंद है।
स्किन के लिए कोलेजन क्यों है ज़रूरी -
1. झुरियो से बचाव
जैसा कि हमने आपको बताया कॉलेजन स्किन के लिए आवश्यक प्रोटीन होता है जो उम्र बढ़ने के साथ घटता चला जाता है। कॉलेजन की मात्रा कम होने के कारण हमारी त्वचा सूखी पड़ने लगती है और स्किन पर झुर्रियां आने लगती है। उम्र से पहले कॉलेजन की कमी होने पर कई लोग कॉलेजन सप्लीमेंट भी लेते हैं ताकि उनकी स्किन चमकती रहे।
2. स्किन को दे मजबूती
आपने देखा होगा कि लोगों की स्किन अलग-अलग प्रकार की होती है। जहां कुछ लोगों की स्किन टाइट और ग्लोइंग होती है तो वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगों की स्किन ढीली होती है। यह स्किन में कॉलेजन की मात्रा के कारण ही होता है। कॉलेजन का पर्याप्त मात्रा में ना होने के कारण स्किन कमजोर हो जाती है। यह स्किन को मजबूती देता है और इसका निखार बनाए रखता है।
3. स्कार्स करे दूर
कुछ लोगों के चेहरे पर दाग धब्बे, पिंपल, दाने, आदि हो जाते हैं। कोलेजन हमारे स्किन के डेड सेल्स को मारकर टिशू को बूस्ट करता है और हमारे चेहरे से सभी पिंपल, दाने, मुंहासे, स्कार्स, आदि को जड़ से दूर कर देता है। हेल्थी स्किन के लिए आपको कोलेजन युक्त फूड खाने चाहिए।
कोलेजन की कमी को कैसे पूरा करें
कॉलेजन की शरीर में कमी हार्मोनल बदलाव के कारण या अत्यधिक स्ट्रेस लेने के कारण आ सकती है। वक्त और उम्र बढ़ने के साथ कॉलेजन की मात्रा शरीर में कम होने लगती है लेकिन वक्त से पहले इसकी कमी होने के कारण सूरज की हानिकारक किरणों या विटामिन सी की कमी भी हो सकती है।
शरीर में इसकी कमी आपूर्ति करने के लिए आपको बहुत सारे फल और सब्जियां खानी चाहिए क्योंकि उनमें विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं। कोशिश करें कि आप धूम्रपान और स्ट्रेस लेना छोड़ दें। सूरज की हानिकारक किरणों ने भी इसकी कमी का एक कारण है इसलिए जितना हो सके सूरज के सामने उतना कम जाएं।