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Shankh
Shankh: हिन्दू धर्म के अनुसार शंख को घर में रखना बहुत शुभ माना जाता है। इससे सुख-समृद्धि बढ़ती है। घर में रखे शंख के विषय में ये कुछ बातों को ध्यान रखने से घर में कई प्रकार के लाभ होते हैं।
Shankh: जानिए शंख के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें-
- शंख को पानी में नहीं रखना चाहिए। शंख को कभी भी जमीन पर भी नहीं रखना चाहिए। शंख को हमेशा एक साफ कपड़ा बिछाकर उसपर रखना चाहिए।
- शंख के अंदर पानी भरकर कभी नहीं रखना चाहिए। पूजा के समय शंख में पानी भरकर रख सकते हैं। एसा माना जाता है कि हमेशा आरती के बाद इस उसके पानी का छिड़काव करने से शारीरिक व मानसिक समास्याओं से आराम मिलता है। साथ ही, जीवन में सौभाग्य का उदय होने लगता है।
- ध्यान रखें की शंख को पूजा की जगह पर रखते समय खुला हुआ भाग ऊपर की ओर होना चाहिए।
- शंख को माता लक्ष्मी का रूप माना गया है। इसलिए शंख को पूजन स्थान में उसी आदर के साथ पूजा जाना चाहिए। जिस आदर के साथ भगवान का पूजन किया जाता है।
- घर में शंख की आवाज सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ती है। पूजा के समय रोजाना घर में शंख बजाना ही चाहिए।
Shankh: तीन प्रकार के शंख(Types Of Shankh)
1. दक्षिणावर्ती शंख: जिस शंख को दाहिने हाथ से पकड़ा जाए और जिसका उदर दक्षिण दिशा की ओर हो उसे दक्षिणावर्ती शंख कहते हैं।
2. मध्यावृत्ति शंख: यह वह शंख होते हैं जिसका मुंह बीच में खुला होता है, ऐसे मध्यावृत्ति शंख कहते हैं।
3. वामावृत्ति शंख: इस प्रकार के शंख को बाएं हाथ से पकड़ा जाना चहिए और इसका उदर बायीं तरफ खुलता है इसलिए इसे वामावृत्ति शंख कहते हैं।
इनमें से दक्षिणावर्ती शंख और मध्यावृत्ति शंख सु 5/10 चमत्कारी और मूल्यवान माने जाते हैं इसलिए ये आसानी से उपलब्ध नहीं होते।
Shankh: जानिए शंख से मिलने वाले लाभ के बारे में
- एसा माना जाता है की जिस भी घर में शंख की पूजा रोज होती है, उस घर में कभी धन की कोई कमी नहीं होती है।
- शंख की ध्वनि से वातावरण भी शुद्ध हो जाता है। शंख से किसी भी प्रकार की वास्तुदोष भी दूर किए जा सकते हैं।
- भगवान विष्णु जी और लक्ष्मी मां दोनों के ही हाथ में शंख होते हैं इसलिए भी इसको को घर में रखना और इसे नियम से बजाना शुभ माना जाता है।
- शंख में जल रख कर छिड़कने से भी घर में शान्ति आदी है।
- वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी शंख की ध्वनि को बहुत महत्वपूर्ण और लाभदायक बताया गया है। कहते हैं शंख की आवाज़ से वातावरण में मौजूद कई तरह के जीवाणु-कीटाणु नष्ट हो जाते हैं।
- शंखोदक के भस्म के उपयोग से पेट की बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है। हालांकि इसका प्रयोग उचित सलाह लेकर ही करना चाहिए।
- शंख बजाने से सांस से जुड़ी समस्या से निजात पाया जा सकता है। कहते हैं इसे बजाने से फेफड़े का व्यायाम होता है।