Karwa Chauth 2024 : करवाचौथ हिंदू महिलाओं के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। करवा चौथ की रात एक बहुत ही विशेष रात होती है, जब महिलाएं अपने पति के साथ चंद्रमा को देखकर अपना व्रत खोलती हैं। इस रात को और भी खास बनाने के लिए आप कुछ बॉलीवुड गाने बजा सकते हैं।
करवाचौथ की रात के लिए बेस्ट बॉलीवुड गाने
घर आजा परदेसी (आवारा, 1951)
यह गीत एक पत्नी के बारे में है जो अपने पति के घर आने का इंतजार कर रही है। वह उससे मिलने और उसके साथ फिर से एक होने के लिए उत्सुक है।
चंद्रमा हूं मैं तुम्हारी आंखों का (ब्रह्मचारी, 1968)
यह गीत एक ऐसे पुरुष के बारे में है जो अपनी प्रेमिका की आंखों की तुलना चंद्रमा से करता है। वह कहता है कि उसकी आंखें चंद्रमा की तरह ही सुंदर और मोहक हैं।
मेहंदी लगाकर रखना (दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, 1995)
यह गीत अपनी शादी के दिन एक दुल्हन द्वारा अपने दूल्हे के लिए गाया जाता है। वह उसे धैर्य रखने और उसका इंतजार करने के लिए कह रही है, क्योंकि वह उससे शादी करने के लिए तैयार हो रही है।
चांद और तारे तोड़ लाऊं (अंदाज अपना अपना, 1994)
यह गीत एक ऐसे पुरुष के बारे में है जो अपनी प्रेमिका से वादा करता है कि वह उसके लिए कुछ भी करेगा। वह कहता है कि अगर वह चाहे तो वह आसमान से चंद्रमा और तारे भी तोड़कर लाएगा।
तुझपे मेरा दिल आया (आशिकी, 1990)
यह गीत एक ऐसे पुरुष के बारे में है जो एक महिला से अपने प्यार का इजहार करता है। वह कहता है कि उसका दिल उससे प्यार करने लगा है और वह किसी और के बारे में नहीं सोच सकता।
तेरे नाम (तेरे नाम, 2003)
यह गीत एक पुरुष के बारे में है जो अपनी प्रेमिका के लिए अपने गहरे प्यार को व्यक्त करता है। वह कहता है कि वह उससे अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करता है और वह हमेशा उसके लिए मौजूद रहेगा।
तुम जो आए जिंदगी में (कभी खुशी कभी गम..., 2001)
यह गीत एक ऐसे पुरुष के बारे में है जो अपनी पत्नी को बताता है कि वह उसके लिए सबसे अच्छी चीज है जो उसके साथ हुई है। वह कहता है कि उसके जीवन में उसका आने के बाद से उसका जीवन बेहतर के लिए बदल गया है।
सुनो ना संगमरमर (अमर प्रेम, 1972)
यह गीत एक ऐसे पुरुष के बारे में है जो अपनी प्रेमी को गाता है और उससे वादा करता है कि वह हमेशा उससे प्यार करेगा। वह कहता है कि उनका प्यार शाश्वत है और कभी नहीं मरेगा।
तुमको देखा तो ये खयाल आया (साहब, 1991)
यह गीत एक ऐसे पुरुष के बारे में है जो पहली नजर में ही एक महिला से प्यार कर बैठता है। वह उसे बताता है कि जिस क्षण उसने उसे देखा, वह जानता था कि वह उसके लिए एक है।
तेरे मेरे बीच में (एक दूजे के लिए, 1981)
यह गीत दो लोगों के बीच गहरे प्यार और संबंध के बारे में है। गीत कहता है कि उनका प्यार इतना मजबूत है कि किसी भी बाधा को पार कर सकता है।
तेरे बिना ज़िंदगी से (अंदाज अपना अपना, 1994)
यह गीत एक ऐसे पुरुष के बारे में है जो अपनी पत्नी के प्रति अपने प्यार और भक्ति को व्यक्त करता है। वह उसे बताता है कि वह उसके बिना अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकता।