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Bigg Boss 14: क्या रियलिटी टीवी टास्क के नाम पर objectification को बढ़ावा दे रही है?

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Swati Bundela
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शो पर Male participants को seduce करना यह दिखाता है की लड़कियाँ उन्हें शारीरिक तौर पर खुश करके अपना काम निकलवा सकती हैं।
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बिग बॉस 14 के आने वाले एपिसोड के प्रोमो ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। लेकिन जो आम excitement और हलचल बिग बॉस के शो को लेकर होती है यह उनसे बिल्कुल अलग है, इस बार लोग इस शो को बायकाॅट करने की मांग कर रहे हैं। 
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आने वाले एपिसोड में हम फीमेल contestants को देखेंगे सिद्धार्त शुक्ला को seduce करते हुए। सिद्धार्त शुक्ला जो बिग बॉस 13 के विनर रहे हैं. इस 'टास्क' ने लोगों को काफी गुस्सा दिलाया है और वे इसे 'vulgar' और 'uncomfortable' बता रहे हैं। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि बिग बॉस अब फैमिली शो नहीं रहा जो हुआ करता था। मुझे तो नहीं लगता की यह कभी भी एक फैमिली या Reality शो था। 

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पर जो भी हो, यह एक अच्छी बात है की लोग अब इस शो से जुड़ी problemetic चीज़ों पर आवाज़ उठा रहें हैं। वैसे यह शो को बायकाॅट या बन्द करना भले ही कुछ दिनों में कम हो जाएगा लेकिन इस बात पर लोगों ने आवाज़ उठाई है और बात करनी शुरु हुई ही यह एक अच्छी बात है, क्योंकि शो का प्रोमो वाकई problemetic था। क्या आपको नहीं लगता ऐसे 'टास्क' सेक्सुअल haraasment को normalise करने में, उन्हें बढ़ावा देने में शामिल हैं? क्या ऐसे टास्क इस बात को बढ़ावा नहीं देते को inappropriate touch को नज़रअंदाज़ करना चाहिये? और तो और क्या ऐसे टास्क यह नहीं कहते की लड़कियाँ मर्दों को शारीरिक तौर पर खुश करके उनसे अपना काम निकलवा सकती हैं? इस शो को देखने वाले young audience पर यह किस तरह के इमेज सेट कर रहा है? 
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रियलिटी टीवी पर टाॅक्सिक कंटेंट को बढ़ावा 



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इंडियन रियलिटी शो जैसे की बिग बॉस, splitsvilla और रोडीज सालों से stereotypes और sexist कंटेंट को बढ़ावा दिए जा रहे हैं। इन तीनों शोज ने टीवी का जो माहौल होता था वो नई जेनरेशन के लिये पूरी तरह बदल दिया है। हमारी पीढ़ी जो इन शो को देखते हुए बड़ी हुई है इसमें वे हमेशा यंग, बोल्ड और खुबसूरत दिखाये जाते थे। उनके जैसा बनना या इन शो में हिस्सा लेना हमारा सपना हुआ करता था। अब बड़े होने पर पता चल रहा है की किस तरह के Toxic  और Sexist कंटेंट हम देखे जा रहे थे। और दुख की बात तो ये है की ये यह आज भी चल रहा है। आज हमारी पीढ़ी तो इन सब प्रॉब्लम्स को समझ रही है लेकिन ये शोज नहीं।  2020 में भी बिग बॉस जैसे शो TRP के लिये objectification और सेक्सिस्ट कंटेंट का सहारा ले रहे हैं। आपको नहीं लगता की अब समय आ गया है की इन शोस का पूरी तरह से बहिष्कार किया जाए?

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पिछ्ले शो पर सेक्सिस्ट कंटेंट



सीज़न 11 अपने साथ महिलयों को शेम और objectify करने के और तरीकों को लेकर लौटा। इसके इतने से उदहारण हैं की समझ नहीं आ रहा कहां से शुरु करुँ- सपना चौधरी ने एक गोरी स्किन वाले housemate पर रेसिस्ट कमेंट पास किये; प्रियांक शर्मा ने दो महिलाओं को बॉडी शेम करते हुए कहा की "सांड जैसी बॉडी है इनकी" ; बेनाफ्सा सोनावला की बॉडी को एक "फ्लैट स्क्रीन टीवी" कहा गया। यह लिस्ट बस चलती ही जा सकती है। 
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लड़कियों का मर्दों को खुश करके अपने काम निकलवाना



इस शो पर महिलाओं को हमेशा एक कठपुतली की तरह यूज़ किया गया है जिनका काम महज खुश करना या मन बहलाना है। और हाउसमास्टर सलमान खान को इस बात से कोई दिक्कत नहीं रही है, ना ही उन्होनें ऐसी चीज़ों के बारे में कुछ बोला है या ऐक्शन लिया है। जब भी contestants कुछ आपत्तिजनक करते हैं तो वे उन्हें एक गुस्सा हुए parent की तरह डांटते हुए नज़र आते हैं बस।  यह seduction टास्क ये ज़ाहिर करता है कि लड़कियाँ मर्दों को शारीरिक तौर पर खुश करके उनसे अपना काम निकलवा सकती हैं। 



शुक्ला के केस में, यदि लड़कियाँ मर्दों के पसंद के अनुसार उन्हें शारिरिक तौर पर संतुष्ट कर देती हैं तो मर्दों के पास ये कहने का पावर है की किसने सबसे अच्छा किया और उसे 'सेफ़' रखा जाएगा। यह कहना की लड़कियों को तभी सेफ़ होने का अधिकार है जब वे मर्दों को संतुष्ट कर दे, इस बात पर अगर गुस्सा ना आए तो और किस बात पर आएगा। आज यह बात शो पर की जा रही है लेकिन कल सड़कों पर भी इसके परिणाम देखने मिलेंगे। चाहे आप इन शो को देखते हों या नहीं लेकिन इस कंटेंट के खिलाफ हर किसी को आवाज़ उठाने की जरुरत है। 
एंटरटेनमेंट Bigg Boss 14 रियलिटी टीवी
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