New Update
/hindi/media/post_banners/JFz2W68t5kpDlwb38o0f.jpg)
बस फर्क सिर्फ इतना सा था की बेटी थिरिगुणा जो की 15 साल की है उसने पहली बारी में ये परीक्षा पास की और पिता के। सुब्रमणियम, जो की सार्वजनिक निर्माण विभाग में इंस्पेक्टर है उन्होंने तीसरी बार में ये परीक्षा पास की।
सुब्रमणियम ने बताया की उन्हें 20 साल से प्रमोशन नहीं दिया जा रहा था क्योंकि उनकी ऐकडेमिक क्वालिफिकेशन कम थी। उनके सभी साथी कर्मचारी बहुत आगे बढ़ चुके थे पर वह 20 साल से उसी पद पर थे । उन्होंने बचपन में 1980 में कूड़ापाक्कम के एक सरकारी स्कूल में सातवीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी ।
बस फर्क सिर्फ इतना सा था की बेटी थिरिगुणा जो की 15 साल की है उसने पहली बारी में ये परीक्षा पास की और पिता के। सुब्रमणियम, जो की सार्वजनिक निर्माण विभाग में इंस्पेक्टर है उन्होंने तीसरी बार में ये परीक्षा पास की।
उन्होंने 2017 में पहली बार एस एस एल सी की परीक्षा दी, आठवीं कक्षा पास करने के बाद परन्तु वह सिर्फ दो विषयो में ही पास हो सके विज्ञान और सामाजिक विज्ञानं में और बाकी तीन विषयो में वो फेल हो गए ।
परन्तु उन्होंने हार नहीं मानी और जून 2018 में उन्होंने दूसरी बार उन तीन विषयों में फिर से परीक्षा दी और सिर्फ तमिल में पास हुए । फिर सितम्बर 2018 , उनके जीवन में किसी बुरे सपने से कम नहीं था, वह अंग्रेजी और गणित दोनों में ही फेल हो गए । तब उन्हें पता चला की उनकी किस्मत में एस एस एल सी की परीक्षा अपनी बेटी के साथ पास करना है ।
उनकी बेटी थिरिगुणा जो जवाहर हाई सेकेंडरी स्कूल कूड़ापाक्कम में पढ़ती है , वह अपनी एस एस एल सी की परीक्षा मार्च 20ें19े में देने वाली थी । उनके पिता ने उनके साथ ये परीक्षा दी और आखिरकार दोनों पास हुए ।
उन्होंने कहा की उन्हें दसवीं कक्षा पास करने की इच्छा तब हुई जब उन्हें काफी समय तक प्रमोशन नहीं मिला। हालांकि 2017 में आठवीं कक्षा पास करने के बाद उन्हें एक छोटा प्रोमोटिओ मिला पर इससे उन्हें सब्र नहीं मिला और उन होने दसव की परीक्षा पास करने की ठानी। उन्होंने कहा की उनकी दोनों बेटियों ने पढ़ाई में उनकी बहुत मदद की और वह इसका श्रेय अपनी बेटियों को देना चाहेंगे।
/hindi/media/agency_attachments/zkkRppHJG3bMHY3whVsk.png)
Follow Us