New Update
क्या आपने कभी पेशाब करते वक्त अपने वजाइना में जलन महसूस की है? ऐसी जलन जो काफी है पीड़ादायक होती है और पेशाब की प्रक्रिया में समस्या पैदा करती है ? वजाइनल बर्निंग मुख्य रूप से इरिटेशन के साथ होती है। तो आइए जानते हैं , वजाइनल बर्निंग और इरीटेशन के की कारण और इलाज होते हैं ।
कई सारी चीज़ें ऐसी होती हैं जिनका इस्तेमाल हम अपनी आम जिंदगी में करते हैं जिससे टैम्पोन, कंडोम, क्रीम, डाउच इत्यादि जिन्हें हम डायरेक्टली अपने वजाइना पर इस्तेमाल करते हैं।
इलाज : आप इनमें से मुख्य चीज़ो को इस्तेमाल करना बा कर सक्त हैं लेकिन कंडोम जैसी चीजों को बंद करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें ताकि आप उसका अच्छा ऑल्टरनेटिव इस्तेमाल कर सकें।
यह एक प्रकार का वजाइनल इंफेक्शन होता है जिसका कारण बाद बैक्टीरिया का अधिक मात्रा में वजाइना के एरिया में बढ़ जाना होता है।इसके होने के बाद आपको वजाइनल बर्निंग के साथ साथ डिस्चार्ज में बदलाव और स्मेल में बदलवा देखने को मिल सकता है।
इलाज : यह कई बार अपने आप सही हो जाता है लेकिन कई बार महिलाओं को इसे सही करने के लिए एंटीबायोटिक की जरूरत पड़ सकती है जो डॉक्टर की सलाह से ही लेनी चाहिए।
मुख्य तर महिलाएं किसी न किसी प्रकार का यीस्ट इन्फेक्शन तो अपने वजाइना में जरूर महसूस करती हैं ऐसे में वजाइनल इचिंग और बर्निंग का कारण ये भी हो सकता है।
इलाज : इसके लिए आप कुछ घरेलू उपाय करने से पहले डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। पहली बार यीस्ट इन्फेक्शन होने पर सिर्फ डॉक्टर को ही दिखाएं।खुद से कोई इलाज करने की कोशिश न करें।
आपको UTI तब होता है जब आपके यूरिनरी ट्रैक्ट में किसी भी तरह से बैक्टीरिया एंट्री ले लेता है। ऐसे में आपको वजाइना में काफी समस्या देखने को मिल सकती हैं।
इलाज : UTI होने पर डॉक्टर को जरूर दिखाएं ताकि वह आपको सही एंटीबायोटिक दे सकें और आपका इलाज अच्छे से हो सके।
यह एक प्रकार का बहुत ही सामान्य STD होता है जिसके कोई लक्षण नहीं होते पर इसके कारण आपको वजाइना में इचिंग और बर्निंग महसूस जरूर होगी।
इलाज: इसका इलाज डॉक्टर द्वारा दी गई एंटीबायोटिक ही हो सकता है।
वजाइनल बर्निंग के कारण
1. चीज़ें जो आपको डायरेक्टली प्रभावित करती हैं
कई सारी चीज़ें ऐसी होती हैं जिनका इस्तेमाल हम अपनी आम जिंदगी में करते हैं जिससे टैम्पोन, कंडोम, क्रीम, डाउच इत्यादि जिन्हें हम डायरेक्टली अपने वजाइना पर इस्तेमाल करते हैं।
इलाज : आप इनमें से मुख्य चीज़ो को इस्तेमाल करना बा कर सक्त हैं लेकिन कंडोम जैसी चीजों को बंद करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें ताकि आप उसका अच्छा ऑल्टरनेटिव इस्तेमाल कर सकें।
2. बैक्टिरियल वेजिनोसिस
यह एक प्रकार का वजाइनल इंफेक्शन होता है जिसका कारण बाद बैक्टीरिया का अधिक मात्रा में वजाइना के एरिया में बढ़ जाना होता है।इसके होने के बाद आपको वजाइनल बर्निंग के साथ साथ डिस्चार्ज में बदलाव और स्मेल में बदलवा देखने को मिल सकता है।
इलाज : यह कई बार अपने आप सही हो जाता है लेकिन कई बार महिलाओं को इसे सही करने के लिए एंटीबायोटिक की जरूरत पड़ सकती है जो डॉक्टर की सलाह से ही लेनी चाहिए।
3. यीस्ट इन्फेक्शन
मुख्य तर महिलाएं किसी न किसी प्रकार का यीस्ट इन्फेक्शन तो अपने वजाइना में जरूर महसूस करती हैं ऐसे में वजाइनल इचिंग और बर्निंग का कारण ये भी हो सकता है।
इलाज : इसके लिए आप कुछ घरेलू उपाय करने से पहले डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। पहली बार यीस्ट इन्फेक्शन होने पर सिर्फ डॉक्टर को ही दिखाएं।खुद से कोई इलाज करने की कोशिश न करें।
4. UTI ( यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन)
आपको UTI तब होता है जब आपके यूरिनरी ट्रैक्ट में किसी भी तरह से बैक्टीरिया एंट्री ले लेता है। ऐसे में आपको वजाइना में काफी समस्या देखने को मिल सकती हैं।
इलाज : UTI होने पर डॉक्टर को जरूर दिखाएं ताकि वह आपको सही एंटीबायोटिक दे सकें और आपका इलाज अच्छे से हो सके।
5. क्लैमिडिया
यह एक प्रकार का बहुत ही सामान्य STD होता है जिसके कोई लक्षण नहीं होते पर इसके कारण आपको वजाइना में इचिंग और बर्निंग महसूस जरूर होगी।
इलाज: इसका इलाज डॉक्टर द्वारा दी गई एंटीबायोटिक ही हो सकता है।