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इंडिया में कोरोना के कारण बहुत कुछ खोया और झेला है। ऐसे में हम लम्बे समय से तीसरी लहर के आने के डर से डरे हुए हैं। लेकिन जो लम्बे समय से कोरोना के केसेस देखे जा रहे हैं उसके हिसाब से लगता है तीसरी लहर न आए।
कोरोना के केसेस लगातार 80 दिनों से 50,000 से अंदर निकल रहे हैं। यह एक पॉजिटिव संकेत भी है कि केसेस पर हमने काबू किया हुआ है और हालत अभी हमारे हांथों में हैं। यह अपडेट हेल्थ मिनिस्ट्री द्वारा दी गयी है। कोरोना के के आज के केसेस 27,176 हैं जिसको मिलाकर हमारे टोटल केसेस अब तक के 33,316,755 होते हैं। अच्छी खबर यह भी है कि जिनको कोरोना हो रहा है भारत में उनकी रिकवरी रेट भी 97% से ज्यादा हो चुकी है। जिसका मतलब है कि बीमारी ज्यादा घातक नहीं हो रही है और कम से कम लोग मर रहे हैं और ज्यादा ठीक हो रहे हैं।
अगर परिस्तिथि ऐसी ही रहती है और केसेस कण्ट्रोल में रहते हैं तो यह बहुत ही अच्छी बात होगी और हम जल्द ही कोरोना के इस चंगुल से निकल जायेंगे। इसके लिए लेकिन प्रीकॉशन्स फॉलो करते रहना और वैक्सीन लगवाना बहुत जरुरी है। 9 सितम्बर के नंबर्स अगर देखे जाएं तो सिर्फ केरल से 30,196 कोरोना के केस सामने आए जिससे पता लगता है कि 70 % केसेस केरल से ही आ रहे हैं।
वैक्सीन लेना इस समय बेहद जरुरी है क्योंकि उससे आपको कुछ हद तक कोरोना से प्रोटेक्शन मिलता है और केसेस के मुकाबले देखा जाए तो इससे तीसरी लहर भी टल सकती है। हमें ये याद रखने की जरुरत है कि कोरोना की वैक्सीन हमें पूरी तरीके से बीमारी से नहीं बचती है बस बीमारी को गंभीर होने से बचाती है।
Pfizer वैक्सीन का पहला डोज़ कोरोना के खिलाफ 33 % इफेक्टिव है और दूसरा डोज़ 88 % इफेक्टिव। इसके बाद AstraZeneca वैक्सीन पहले डोज़ के बाद 33 % और दूसरे के बाद 60 % तक इफेक्टिव है। अभी फिल्हाल जो वैक्सीन इंडिया में इस्तेमाल की जा रही है उनके खिलाफ भी ये इसी तरीके से असरदार होगा। वैक्सीन और डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर अभी सब जगह स्टडीज चल रही हैं।
क्या हैं कोरोना केसेस की अपडेट? India Covid Update
कोरोना के केसेस लगातार 80 दिनों से 50,000 से अंदर निकल रहे हैं। यह एक पॉजिटिव संकेत भी है कि केसेस पर हमने काबू किया हुआ है और हालत अभी हमारे हांथों में हैं। यह अपडेट हेल्थ मिनिस्ट्री द्वारा दी गयी है। कोरोना के के आज के केसेस 27,176 हैं जिसको मिलाकर हमारे टोटल केसेस अब तक के 33,316,755 होते हैं। अच्छी खबर यह भी है कि जिनको कोरोना हो रहा है भारत में उनकी रिकवरी रेट भी 97% से ज्यादा हो चुकी है। जिसका मतलब है कि बीमारी ज्यादा घातक नहीं हो रही है और कम से कम लोग मर रहे हैं और ज्यादा ठीक हो रहे हैं।
अगर परिस्तिथि ऐसी ही रहती है और केसेस कण्ट्रोल में रहते हैं तो यह बहुत ही अच्छी बात होगी और हम जल्द ही कोरोना के इस चंगुल से निकल जायेंगे। इसके लिए लेकिन प्रीकॉशन्स फॉलो करते रहना और वैक्सीन लगवाना बहुत जरुरी है। 9 सितम्बर के नंबर्स अगर देखे जाएं तो सिर्फ केरल से 30,196 कोरोना के केस सामने आए जिससे पता लगता है कि 70 % केसेस केरल से ही आ रहे हैं।
क्या वैक्सीन हमें बचा सकती है?
वैक्सीन लेना इस समय बेहद जरुरी है क्योंकि उससे आपको कुछ हद तक कोरोना से प्रोटेक्शन मिलता है और केसेस के मुकाबले देखा जाए तो इससे तीसरी लहर भी टल सकती है। हमें ये याद रखने की जरुरत है कि कोरोना की वैक्सीन हमें पूरी तरीके से बीमारी से नहीं बचती है बस बीमारी को गंभीर होने से बचाती है।
Pfizer वैक्सीन का पहला डोज़ कोरोना के खिलाफ 33 % इफेक्टिव है और दूसरा डोज़ 88 % इफेक्टिव। इसके बाद AstraZeneca वैक्सीन पहले डोज़ के बाद 33 % और दूसरे के बाद 60 % तक इफेक्टिव है। अभी फिल्हाल जो वैक्सीन इंडिया में इस्तेमाल की जा रही है उनके खिलाफ भी ये इसी तरीके से असरदार होगा। वैक्सीन और डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर अभी सब जगह स्टडीज चल रही हैं।