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Corona Wave Safety : कोरोना के मामले दिन पर दिन कम होते जा रहे हैं और सभी को ऐसा लगने लगा है कि कोरोना अब कण्ट्रोल में आ चुका है। ऐसा ही जब 1st वेव में हुआ था तब सभी को लगा था। कोरोना के एक्टिव रेश्यो 29 % हो गया है जो कि हर 100 कनफर्म्ड केसेस में से है।
कोरोना की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा दिक्कत ऑक्सीजन बेड और अस्पतालों की हुईं है। कई लोग समय पर अस्पताल में बेड न मिलने और ट्रीटमेंट न हो पाने के कारण ख़त्म हुए हैं।
इंडिया के कई हिस्सों में कोरोना संक्रमण छोटे बच्चों में और 18 से कम उम्र के बच्चों में भी देखा जा रहा है। इसी के चलते एक्सपर्ट्स ने ये अंदेशा लगाया है कि अब बच्चों को बचाने की है जरुरत। कोरोना वायरस की दूसरी लहर पहली से चार गुना ज्यादा खतरनाक है और इसके चलते केसेस अचानक से बहुत ज्यादा बड़े हुए हैं और सभी जगह खतरा बना हुआ है। इसी तरह तीसरी लहर भी दूसरी से ज्यादा खतरनाक होगी इसलिए डॉक्टर्स का कहना है कि बच्चों की सेहत का खास तौर पर ध्यान रखें ।
एक्सपर्ट्स के मुताबित 18 साल से कम उम्र के बच्चे और नवजात बच्चे कोरोना की तीसरी लहर में खतरे में हो सकते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण ये भी हैं किउनके लिए कोई भी वैक्सीन नही बनी है। अभी तक की सभी वैक्सीन 18 से ज्यादा उम्र के बच्चों के लिए ही बनी है और उन्ही के हिसाब से टेस्ट की गयी है।
जब आप बाहर से कुछ भी सामान लाते हैं तो उसको सीधा किचन में न लाएं और कुछ समय के लिए बाहर ही रहने दें । इसके बाद सामान को अच्छे से गरम पानी में धोएं और फिर ही इस्तेमाल में लें। कभी भी किसी सामान को सीधा घर में न लाएं और खुद आकर भी सीधा घर में न जाएं।
जब भी आप बाहर से आते हैं किसी भी घर के इंसान से न मिलें। घर में आने के बाद अपने कपडे धुलने में रखदें और आप खुद भी सीधा बाथरूम में जाकर नहा धो लें।
कोरोना की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा दिक्कत किस चीज़ की थी ?
कोरोना की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा दिक्कत ऑक्सीजन बेड और अस्पतालों की हुईं है। कई लोग समय पर अस्पताल में बेड न मिलने और ट्रीटमेंट न हो पाने के कारण ख़त्म हुए हैं।
कोरोना की तीसरी लहर में किस चीज़ का खतरा होगा ?
इंडिया के कई हिस्सों में कोरोना संक्रमण छोटे बच्चों में और 18 से कम उम्र के बच्चों में भी देखा जा रहा है। इसी के चलते एक्सपर्ट्स ने ये अंदेशा लगाया है कि अब बच्चों को बचाने की है जरुरत। कोरोना वायरस की दूसरी लहर पहली से चार गुना ज्यादा खतरनाक है और इसके चलते केसेस अचानक से बहुत ज्यादा बड़े हुए हैं और सभी जगह खतरा बना हुआ है। इसी तरह तीसरी लहर भी दूसरी से ज्यादा खतरनाक होगी इसलिए डॉक्टर्स का कहना है कि बच्चों की सेहत का खास तौर पर ध्यान रखें ।
एक्सपर्ट्स के मुताबित 18 साल से कम उम्र के बच्चे और नवजात बच्चे कोरोना की तीसरी लहर में खतरे में हो सकते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण ये भी हैं किउनके लिए कोई भी वैक्सीन नही बनी है। अभी तक की सभी वैक्सीन 18 से ज्यादा उम्र के बच्चों के लिए ही बनी है और उन्ही के हिसाब से टेस्ट की गयी है।
कोरोना से बचने के सतर्कता है जरुरी -
जब आप बाहर से कुछ भी सामान लाते हैं तो उसको सीधा किचन में न लाएं और कुछ समय के लिए बाहर ही रहने दें । इसके बाद सामान को अच्छे से गरम पानी में धोएं और फिर ही इस्तेमाल में लें। कभी भी किसी सामान को सीधा घर में न लाएं और खुद आकर भी सीधा घर में न जाएं।
जब भी आप बाहर से आते हैं किसी भी घर के इंसान से न मिलें। घर में आने के बाद अपने कपडे धुलने में रखदें और आप खुद भी सीधा बाथरूम में जाकर नहा धो लें।